केरल के रहने वाले दो MBA ग्रैजुएट्स, हाफिज रहमान और अक्षय रवीन्द्रन ने मिलकर अचार बनाने का व्यवसाय Athey Nallatha लॉन्च किया है, जिसके जरिए वे माँ के हाथ से बने अचार को ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं और 34 गृहणियों को रोजगार दे रहे हैं।
हरियाणा के करनाल में रहने वाले इंजीनियर, निर्मल सिंह सिद्धू ने MNC की नौकरी छोड़कर केंचुआ खाद बनाने का काम शुरू किया। आज वह अपनी वर्मीकम्पोस्टिंग यूनिट, 'हरकिरपा ऑर्गेनिक्स' चला रहे हैं, जिससे उन्हें लाखों की कमाई हो रही है।
चेन्नई में रहने वाली सोनम सुराना ने अपनी सास की रेसिपीज से Prem Eatacy नामक ऑनलाइन फ़ूड बिज़नेस शुरु किया है, जहाँ वह घर में बनाए गोंगुरा चटनी और मोलागापोडी जैसे उत्पाद बेचती हैं।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के रहने वाले अंकित नागवंशी, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। लेकिन, नौकरी छोड़ कर उन्होंने Tea Business शुरू किया और बन गए ‘इंजीनियर चायवाला’।
मुंबई की मशहूर फूडचेन ‘जंबोकिंग बर्गर' के मालिक, धीरज गुप्ता बता रहे हैं, कैसे उन्होंने 'मेक इन इंडिया' पर ध्यान केंद्रित करते हुए, एक स्ट्रीटफूड वड़ा पाव को रीब्रांड किया और फूड बिजनेस में आगे बढ़े।
मुंबई के रहने वाले मिशाल पारदीवाला (34) और मिकाइल पारदीवाला (31), अपने ब्रांड ‘TreeWear’ के जरिए, लोगों के लिए इको-फ्रेंडली उत्पाद जैसे- टी-शर्ट, हैंड सैनिटाइजर, डियोड्रेंट, लिप बाम आदि बना रहे हैं। इसके साथ ही, यहाँ से की गयी हरेक खरीद का कुछ प्रतिशत 'पौधरोपण अभियान' के लिए जाता है।
हावर्ड बिज़नेस स्कूल से पढ़े, अतुल्य मित्तल की EV कंपनी 'Nexzu Mobility' ने, ई-साइकिल के दो मॉडल 'Rompus+' और 'Roadlark' तैयार किये हैं। दोनों साइकिलों को 750 बार चार्ज किया जा सकता है। ये काफी किफायती और पर्यावरण के अनुकूल हैं।
मुंबई के रहने वाले पंकज नेरुरकर ने, लॉकडाउन में अपना रेस्तरां बंद होने की वजह से आजीविका के लिए, अपनी नैनो कार में ‘नैनो फूड स्टॉल’ शुरू किया। जिसमें वह सीफूड बेचते हैं और हर रोज लगभग 150 ग्राहकों को खाना खिला कर, एक लाख रुपये/माह कमा रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान गोवा के रहने वाले साईराज ढोंड ने ‘Wakao Foods' नामक स्टार्टअप शुरु किया, जिसके कटहल से बनाये रेडी टू ईट व्यंजन आपको बिलकुल चिकन जैसे लगेंगे।