हैदराबाद की रहने वाली 29 वर्षीया मान्या चेराबुद्दी, एक नेचुरल कलर आर्टिस्ट और डिज़ाइनर हैं, जो प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके, Natural colors बनाती हैं।
गुरुग्राम में रहने वाली 14 वर्षीया सिमरन सिंह ने फरवरी 2021 में अपने स्टार्टअप 'सेफली नोमेडिक' (Safely Nomadic) की शुरुआत की, जिसके जरिए वह महिलाओं और बच्चों के लिए ट्रैवेलिंग किट तैयार कर ग्राहकों तक पहुँचा रही हैं।
कुन्नूर में रहने वाली 68 वर्षीया तारा जयप्रकाश पिछले कई सालों से बुनाई और क्रोशिया का काम कर रही हैं। तारा कुशन कवर, शॉल, बेबी सेट, टिश्यू बॉक्स व बेडशीट जैसी चीजें बनाकर शहर में आयोजित होने वाले मेलों में या सीधा ग्राहकों को बेचती हैं।
अहमदाबाद, गुजरात के CA प्रतीक घोडा ने नौकरी छोड़कर ‘Bee Base Pvt Ltd’ नामक Honey Business शुरू किया। उनकी यह कंपनी शहद बेचने के साथ, मधुमक्खियों के संरक्षण के लिए भी काम कर रही है।
चितले ब्रांड (Chitale Bandhu) के सफर की शुरुआत, महाराष्ट्र के एक गांव से आए भास्कर गणेश चितले द्वारा की गयी थी। डेयरी फार्मिंग से शुरू हुआ यह बिजनेस आज एक बड़ा नाम बन चुका है। डेयरी के साथ मिठाई और इनके अन्य खाद्य उत्पाद देश-विदेश तक पसंद किये जाते हैं।
वाराणसी की शिखा शाह, पुरानी-बेकार चीजों से नयी और खूबसूरत चीजें बनाकर scrap business, Scrapshala चला रही हैं,, जिससे उनकी हर साल, 10 लाख रुपये की आमदनी हो रही है।
भठिंडा, पंजाब की बलविंदर कौर ने सिर्फ 10 हज़ार रुपये में अपना फूड स्टार्टअप- ज़ेबरा स्मार्ट फूड्स शुरू किया था और आज वह इससे हर महीने एक लाख रुपये कमा रहीं हैं।