एक बड़ी प्रसिद्ध कहावत है ‘चिंता, चिता के समान होती है।’ लेकिन यह कहावत इन दो भाइयों पर नहीं बैठती फिट, पर्यावरण को लेकर उनकी जरूरत से ज्यादा चिंता ने दिया बिजनेस आइडिया।
इंजीनियरिंग ड्रॉपआउट राहुल, सालों से ऐसे पोर्टबल वॉटर फिल्टर बना रहे हैं, जो न केवल किफायती हैं, बल्कि कुछ ही घंटों में हजारों लीटर पानी को साफ करने की क्षमता भी रखते हैं।
केरल की नीतू सुनीश ने अपने शौक़ के लिए कमल और लिली के फूलों को लगाना शुरू किया था। आज उनके घर पर 100 से ज्यादा किस्मों के कमल और 65 किस्मों की लिली मौजूद हैं, जिसके ट्यूबर यानी कंद को बेचकर वह महीने के 10 से 30 हजार रुपये कमा रही हैं।
महाराष्ट्र के उमेश देवकर एक किसान और बिजनेसमैन हैं, जो अपने स्टार्टअप के माध्यम से मुंबई और ठाणे में ग्राहकों तक फल-सब्जियां व अन्य उत्पाद पहुंचाकर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। जानिए उनकी सफलता की कहानी।
खेती के साथ सीखा केचुए की खाद बनाना, 20 सालों से जम्मू कश्मीर के फूलों के खेतों में उपयोग होती है इनकी बनाई खाद। पढ़ें इस महिला किसान की गृहिणी से एक बिज़नेसवुमन बनने की कहानी।
Nilon's का नाम अचार के साथ कुछ इस तरह से जुड़ा है कि बस नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है, लेकिन आज यह ब्रांड पास्ता सॉस, पास्ता मसाला, शेज़वान चटनी, सॉस जैसे कई उत्पादों के साथ मार्केट में मजबूती के साथ खड़ा है।
आंध्र प्रदेश की जी. कामाक्षी, तेलापरोलु सचिवालय में महिला पुलिस पद पर कार्यरत हैं और साथ ही, 'अनुश्रीनू कलेक्शन' के नाम से अपना छोटा-सा बिज़नेस चला रही हैं।