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Farmers Success Stories | Successful Farmers | Farming Tips

झारखंड के किसान दंपत्ति ने लॉकडाउन में बना दिया तालाब, अब हर मौसम कर सकेंगे खेती!

By कुमार विकास

खुदाई के दौरान कई बड़े-बड़े ऐसे पत्थर मिले, जिनको काटकर डोभा बनाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन सा लगता था। इन पत्थरों को तोड़ते हुए दोनों घायल भी हुए, लेकिन इन दोनों ने हिम्मत नहीं हारी।

टिड्डियों को भगा सकता है पद्म श्री से सम्मानित इस किसान का ‘कीचड़ वाला फार्मूला’!

By पूजा दास

चिनथला वेंकट रेड्डी ने सालों पहले 2004 में ही टिड्डियों और ऐसे अन्य कीटों को खेतों से दूर रखने के लिए एक ऑर्गेनिक तरीका विकसित कर लिया था।

कीनू का बगीचा लगा सालाना पाँच लाख कमा रहे हैं राजस्थान के 70 वर्षीय सुमेर राव!

सुमेर राव अपने खुद के खर्च पर हर साल 50 से लेकर 100 फलदार पौधे सार्वजनिक जगहों पर भी लगाते हैं।

मन की आवाज़ सुन छोड़ी शहरी नौकरी, गाँव लौट बंजर ज़मीन में डाली जान!

नरेन्द्र क्षेत्र के युवाओं के लिए भी स्वरोजगार की नई इबारत लिख रहे हैं। उन्हें देख कई अन्य युवा जैविक खेती की ओर अग्रसर हुए हैं।

कंपनी मैनेजर के पद को छोड़ गाँव के ‘लेमन मैन’ बने यूपी के आनंद!

आनंद बताते हैं कि उन्होंने अपनी 13 साल की नौकरी के दौरान उत्तर प्रदेश, पंजाब से लेकर हरियाणा, राजस्थान और पटना तक काम किया, लेकिन वह सुख नहीं मिला, जो उन्हें खेतों में मिलता है।

महाराष्ट्र के 17 जिलों के किसानों के लिए ‘जल संरक्षक नायक’ हैं यह 72 वर्षीय इंजीनियर!

By पूजा दास

उल्हास परांजपे का सवाल बहुत ही सरल है। वह जानना चाहते हैं कि यदि मुंबई के नागरिकों और उद्योगों को पूरे साल पर्याप्त पानी मिल सकता है, तो फिर किसान क्यों नहीं मिल सकता?

बिहार की सुनीता बाँस और पाइप में उगा रही हैं सब्जियाँ, मशरूम ने बनाया आत्मनिर्भर!

खुद आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ सुनीता अन्य महिलाओं को भी मशरूम उगाने की ट्रेनिंग देती हैं, ताकि उनका भी जीवन संवर सके।

किसी म्यूजियम से कम नहीं इस किसान का खेत, एक साथ उगाए 111 तरह के धान!

By निशा डागर

भारत में साल 1970 तक लगभग 1 लाख 10 हज़ार चावल की किस्में थीं लेकिन आज मुश्किल से सिर्फ 6 हज़ार किस्में ही बची हैं!

मिश्रित खेती और पशुपालन के साथ 10 हज़ार से भी ज्यादा पेड़ लगा अपने खेत को बनाया ऑक्सीजोन!

By निशा डागर

पिछले 15 सालों से किसानी कर रहे नवीन कृष्णन खेती के साथ-साथ पर्यावरण और जंगली जानवरों को भी बचा रहे हैं। उन्होंने अब तक 700 साँपों का बचाव किया है और लगभग 50 हज़ार से भी ज्यादा पेड़ लगाए हैं!

उत्तराखंड: नौकरी के साथ अपने छोटे से खेत में जैविक खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं पवन!

By निशा डागर

एक एकड़ से भी कम ज़मीन में पवन ने दाल, रागी, चेरी टमाटर और लैटस जैसी सब्ज़ियों के साथ-साथ लगभग 150 फलों के पेड़ भी लगाएं हैं!