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छत पर 200+ पेड़-पौधों की बागवानी करती है यह जोड़ी, बाजार पर 75% निर्भरता हुई कम!

छत्तीसगढ़ के रहने वाले सुबोध भोई और उनकी पत्नी ईश्वरी भोई, पेशे से एक शिक्षक हैं। लेकिन, पिछले 8 वर्षों से, अपने व्यस्त दिनचर्या के बीच, दोनों टेरेस गार्डनिंग कर, अपनी बागवानी की रुचि को एक नया आयाम दे रहे हैं।

छत्तीसगढ़: कुम्हार ने बनाया 24 घंटे तक लगातार जलने वाला दिया, पूरे देश से आयी मांग

छत्तीसगढ़ के अशोक चक्रधारी के बनाये इस जादुई दिये में तेल सूखने के बाद अपने आप तेल भर जाता है और वह दिया निरंतर जलता रहता है।

जॉब छोड़ शुरू की खेती, किसानी के साथ-साथ ग्रामीणों को सिखाती हैं अंग्रेज़ी व कंप्यूटर

2012 में कंप्यूटर साइंस में एमटेक करने वाली वल्लरी इस वक्त ट्रैक्टर से अपने खेत जोतने से लेकर फसलों की पैदावार, उनकी मार्केटिंग, पैकेजिंग तक का काम अपनी देख-रेख में करती हैं।

क्लास में जानवर, टूटे दरवाजे, ऐसा था यह सरकारी स्कूल, 4 महीने में एक टीचर ने की काया पलट

40 सालों तक बदहाल पड़े रहे इस स्कूल में कई शिक्षक आए और कई शिक्षक गए लेकिन गौतम शर्मा ने इस स्कूल की तस्वीर को बदलने के लिए अपनी पूरी जान लगा दी।

'ठेंगापाली': जानिए कैसे इस एक हथियार से 600 एकड़ जंगलों को बचाया है इस एक शख्स ने

By निशा डागर

आठवीं की पढ़ाई के बाद दामोदर गाँव से बाहर पढ़ने के लिए गए। अपनी पढ़ाई पूरी कर जब वह गाँव लौटे तो उन्होंने देखा कि जहाँ हरे-भरे पेड़ हुआ करते थे, अब वहां सिर्फ ठूंठ हैं। बस उसी दिन से उन्होंने जंगल की रक्षा को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया!

छत्तीसगढ़: 'जल स्टार' वीरेंद्र सिंह के अभियानों से एक नदी, 2 कुंड और 35 तालाब हुए स्वच्छ!

By निशा डागर

जल-अभियानों के साथ-साथ वीरेंद्र छुट्टी वाले दिन गाँव के बच्चों और महिलाओं के साथ मिलकर वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियान चलाते हैं!

64 वर्षीया शुभांगी की प्लास्टिक फ्री मुहिम, मुफ़्त में बाँट चुकी हैं 35,000 कपड़े के थैले!

शुभांगी ने 2012 से अब तक किसी भी प्रकार के महंगे कपड़े और गहने नहीं ख़रीदे हैं। इस विषय पर वह कहती हैं, “मेरी सहेलियाँ जब भी बाज़ार जाती हैं मुझे साथ चलने को कहती हैं लेकिन अब कपड़ो और गहनों का तो मन ही नहीं करता। जो बचत होती है उन्हें सामाजिक कार्यो में लगा देती हूँ।

100 से लेकर डेढ़ लाख तक: जानिए कैसे धरती को बचाने में जुटे हैं ये पर्यावरण प्रहरी!

By निशा डागर

कोई गाँव-गाँव जाकर लगा रहा है पौधे तो एक पुलिसवाला 40 साल से कर रहा है पेड़ों की देखभाल!

छत्तीसगढ़: 3 अजनबियों ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि खिल गए कबाड़ बेचने वालों के चेहरे!

इस मुहिम के तहत करीब उन 45 परिवारों को तुरंत लाभ पहुँचाया गया जो घरों से कबाड़ इकठ्ठा कर बड़े व्यापरियों को बेचकर पैसा कमाते थे।

छत्तीसगढ़ के इस गाँव में महिलाएँ चला रही हैं मॉल, लाखों का हो रहा है कारोबार!

इस मॉल की वजह से आर्थिक रूप से गरीब महिलाओं को रोज़गार व 1400 परिवारों में अतिरिक्त आय के साधन मिल रहे हैं।