जहाँ सुरेंद्र और उनकी टोली लोगों के पास जाकर कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क का वितरण कर रही है, वही उनकी पत्नी, आशा दिन-रात सिलाई मशीन पर मास्क बनाने का कार्य करतीं हैं।
यूपीएससी परीक्षा के अपने पहले प्रयास में उनकी रैंक 99 थी और उन्हें आईपीएस की पोस्ट मिली। लेकिन उन्होंने 2018 में फिर से एक बार परीक्षा दी और इस बार उनकी ऑल इंडिया रैंक 12 थी!