Powered by

Latest Stories

Homeबदलाव

बदलाव

पुराने टायर से मेज और पुरानी मेज से अलमारी, कबाड़ से बनाते हैं ट्रेंडी फर्नीचर!

By निशा डागर

आपके लिए जो पुरानी घिसी-पीटी अलमारी है, उसमें जेमीयन को टेबल या फिर सोफा नज़र आता है, तो वहीं हो सकता है कि वो पुराने कबाड़े में पड़े सोफे को अपसाइकिल करके कंप्यूटर टेबल का रूप दे दें।

मुंबई: घर-घर से इकट्ठा किये प्लास्टिक से बनेंगी अब पब्लिक पार्क के लिए बेंच!

By निशा डागर

इस साल मुंबई में सवा लाख से भी ज़्यादा लोगों ने प्लास्टिक वेस्ट इकट्ठा करके 'प्रोजेक्ट मुंबई' टीम को दान किया है!

अहमदाबाद की सड़कों पर ऑटो, लोडिंग गाड़ी, कैब और स्कूल बस दौड़ा रही हैं ये महिलाएँ!

By निशा डागर

अहमदाबाद में अब तक लगभग 130 महिलाओं को ड्राइविंग सिखाई जा चुकी है और इस बार के बैच में 100 महिलाएं एनरोल हुई हैं। इनमें से 50 से ज़्यादा महिलाएं प्रोफेशनली काम भी कर रही हैं।

प्लास्टिक के बदले 250 बच्चों को मुफ़्त शिक्षा, किताबें और खाना दे रहा है यह स्कूल!

By निशा डागर

प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा कर स्कूल के गेट के पास रखे डस्टबिन में डालने के अलावा, बच्चे सड़क के दोनों ओर लगे 2, 000 पौधों को पानी भी देते हैं।

60+ की उम्र में बनाया क्लब; बदल रहे हैं गरीब बच्चों की ज़िदगियां!

By द बेटर इंडिया

ये बुजुर्ग इन बच्चों की स्कूल फीस से लेकर उनकी किताबों और ड्रेस के साथ ट्यूशन फीस का भी खर्च उठा रहे हैं। साथ ही उनको स्वरोजगार का प्रशिक्षण और लोन दिलाने में भी मदद करते हैं।

ईंट भट्टे पर काम से लेकर मणिपुर की पहली ऑटो ड्राइवर बनने का सफर!

By भरत

"लोग मुझ पर हँसे, ताना मारा और मुझे चिढ़ाया, मुझे अपमानित महसूस कराया। लेकिन मेरे पास बहुत कम विकल्प थे, और मेरा एक ही लक्ष्य था- अपने बेटों को अच्छी शिक्षा देना।" - लाईबी ओइनाम

कचरे से खाद, बारिश के पानी से बगीचा और बिजली बिल में लाखों की बचत हो रही है यहाँ!

By निशा डागर

साल 2017 में सोसाइटी ने आपूर्ति के बाद बची सोलर एनर्जी को एक बिजली वितरण कंपनी को बेचकर बिल में 2.6 लाख रुपये की बचत की!

पुरानी जींस को फेंकिए मत, इन्हें दीजिये, यह बस्ते और चप्पल बनाकर गरीब बच्चों को बांटेंगे!

गांवों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे आज भी बुनियादी सुविधाओं से महरूम हैं, यह किट उन बच्चों के लिए विशेष तौर पर डिज़ाइन किया गया है।