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जैविक खेती, सोलर तकनीक और प्रोसेसिंग के ज़रिए 650 किसानों का जीवन संवार रही हैं नेहा

By निशा डागर

किसान जिस खुबानी को पहले 190 रुपये किलो तक बेचते थे, अब वही प्रोसेसिंग के बाद 650 रुपये किलो तक जाता है!

TCS की जॉब छोड़ महिला ने शुरू किया ऑर्गनिक सब्जियों का बिज़नेस, 20 करोड़ पहुँचा टर्नओवर

By सोनाली

पिता की आकस्मिक मृत्यु के बाद गीतांजलि के घर में आर्थिक तंगी तो हमेशा ही रही, लेकिन गीतांजलि की मेहनत ने आज उन्हें करोड़पति बना दिया।

सिलबट्टे पर पीसतीं हैं 'पहाड़ी नमक' और सोशल मीडिया के ज़रिए पहुँचातीं हैं शहरों तक!

By निशा डागर

हर महीने उन्हें दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों से लगभग 35 किलो पहाड़ी नमक के ऑर्डर्स मिलते हैं!

फिल्म बनाने बिहार आए डायरेक्टर, 300 मज़दूरों को रोज़गार देने के लिए बनवा रहे गोबर के गणेशजी

By पुष्यमित्र

लॉकडाउन में घर लौटे जो मजदूर खाली बैठे थे, वे अब रोजाना 450 से लेकर 1800 रुपए तक कमा रहे हैं।

80 रूपए के लोन से इन 7 महिलाओं ने बनाई 1600 करोड़ की कंपनी, पढ़ें 'लिज्जत पापड़' का सफ़र

एक दिन गर्मी के मौसम में एक छत पर सात गुजराती महिलाएं अपने घर की गरीबी दूर करने के बारे में सोच रही थीं, उनके दिमाग में पापड़ बनाने का आइडिया आया और चार पैकेट के साथ शुरू हो गया लिज्जत पापड़ का सफ़र।

होटल की नौकरी छूटी तो लौटे गाँव, मिट्टी का ओवन बनाकर शुरू किया अपना पिज़्ज़ा आउटलेट!

By निशा डागर

"हाथ पर हाथ रखकर बैठने से स्थिति काबू में नहीं आएगी। हमें खुद कुछ करना होगा, इसलिए उठें और आज ही अपने आइडिया पर काम करें!"

किसानों की मदद और अपना स्टार्टअप, इनसे जानिए घर पर कैसे करें 'कस्तूरी हल्दी' की प्रोसेसिंग!

By निशा डागर

डॉ. जयचंद्रन के मुताबिक, 100 ग्राम कस्तूरी हल्दी पाउडर की कीमत 200 से 250 रूपये तक होती है!

जर्नलिज़्म को किया अलविदा, अब हिमाचल के कस्बों का स्वाद पहुँचातीं हैं पूरे देश तक!

By अलका कौशिक

स्थानीय हिमाचली सेल्‍फ-हेल्‍प समूहों से अचार, जैम, चटनी, चिलगोज़े, राजमा, हर्बल चाय, ऊनी सामान, शहद, क्रीम, गुट्टी का तेल वगैरह जाने क्या-क्या खरीदकर, पैकेजिंग कर, वह अपने शब्दों की चाशनी में घोलकर इन्हें ऑनलाइन बेचती हैं। अपने कलम की ताकत से अब इन महिलाओं की मदद करती हैं!

आगरा की महिला का कमाल, बाथटब में मोती उगाकर कमाए 80,000 रूपए!

By पूजा दास

शुरुआत में रंजना परिवार इस बिज़नेस के लिए सहमत नहीं हो रहे थे, इसलिए उन्होंने तय किया कि वह पहले घर पर ही मोती की खेती करके दिखाएंगी और परिवार का विश्वास जीतेंगी।