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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

88 की उम्र में 18 की फिटनेस! रोज़ 4 घंटे की गार्डनिंग है इसका राज़

By प्रीति टौंक

88 वर्षीय पद्माकर फरसोले, 30 सालों से बागवानी कर रहे हैं। वह घर पर ही कम्पोस्ट बनाकर जैविक फल-सब्जियां उगाते हैं और इसे ही वह अपने अच्छे स्वास्थ्य का कारण भी मानते हैं।

गुजरात के सुरतान भाई बनाते हैं मिट्टी के बर्तन, वह भी नॉनस्टिक कोटिंग के साथ

By प्रीति टौंक

स्टील, एल्युमीनियम सहित कई नए और मॉर्डन बर्तनों के बाजार में आने से मिट्टी के बर्तनों की चमक फीकी पड़ गई है। ऐसे में गुजरात के सुरतान भाई के बनाए हुए मिट्टी के नॉनस्टिक बर्तन देते हैं, पारंपरिक बर्तनों में बने खाने का स्वाद।

गायों की तो सब सेवा करते हैं, पर ये युवक 2000 बैलों तक रोज़ पहुंचाते हैं खाना

By प्रीति टौंक

गाज़ियाबाद के यूथ नेटवर्क के युवाओ की पहल से आज, 10 हजार घरों से रोटियां और फल-सब्जियों के छिलके आदि कचरे में नहीं, बल्कि तीन चारा कार के माध्यम से सीधे नंदीगृह में जा रहे हैं।

छोटी सी जगह में इस तरह बनायें अपना बजट गार्डन

By प्रीति टौंक

चाहे आपकी बालकनी में बस खड़े होने भर की जगह हो, चाहे वहां बस नाम के लिए ही धूप आती हो, फिर भी बिलकुल कम बजट में बन सकता है आपका अपना सुहावना गार्डन। जानिए कैसे

कोयले की खान पर थी ज़मीन, मज़दूर ने 15 साल मेहनत कर बनाई उपजाऊ, अब खेती से कमाते हैं लाखों

By प्रीति टौंक

झारखंड का धनबाद इलाका, कोयले की खानों के लिए जाना जाता है। ऐसे में, खेती के लिए यहां काफी कम संभावनाएं हैं। लेकिन इस इलाके के एक मज़दूर उमा महतो ने, अपनी दो एकड़ जमीन को 15 साल की मेहनत से उपजाऊ बना दिया।

हर दिन 25 किलो आटे की रोटियां बनाकर, भरते हैं 300 से ज़्यादा बेसहारा कुत्तों का पेट

By प्रीति टौंक

कच्छ के जशराज चारण, पिछले 25 सालों से सड़क पर फिरते कुत्तों और दूसरे जानवरों का पेट भरते आ रहे हैं। उनके घर पर हर रोज़ तक़रीबन 25 किलो आटे का इस्तेमाल करके, इन जानवरों के लिए खाना तैयार किया जाता है। उनका पूरा परिवार इस काम में उनका साथ देता है।

सबसे आसान है इन 3 सब्जियों को उगाना, आज ही करें शुरुआत

By प्रीति टौंक

आज कई लोग अपने घर पर जगह और समय के अनुसार सब्जियां उगाने लगे हैं। लेकिन अगर आपने अब तक शुरुआत नहीं की है, तो आप इन तीन सब्जियों से कर सकते हैं शुरुआत।

ढेर सारे पौधों का है शौक, पर आलसी हैं आप? तो मिलिए Lazy Gardener से!

By प्रीति टौंक

दिल्ली के विनायक गर्ग का स्टार्टअप Lazy Gardener पिछले दो सालों से होम गार्डनिंग के लिए काम कर रहा है। इनके पास प्लांट फ़ूड स्टिक्स, मेगनेट प्लांटर से लेकर गार्डनिंग टूल्स जैसे प्रोडक्ट्स को 50 हजार से ज्यादा ग्राहक पसंद कर रहे हैं।

रोज़ छड़ी के सहारे पैदल चलकर गाँव पहुँचते हैं, ताकि पढ़ा सकें 60 ज़रूरतमंद बच्चों को

By प्रीति टौंक

कोरोना के दौरान जब गांव के बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पा रही थी, तब 18 वर्षीय उपेंद्र यादव ने उनको पढ़ाने का बीड़ा उठाया। दिव्यांग होते हुए भी, वह हर रोज लकड़ी के सहारे दो किमी पैदल चलकर 60 बच्चों को पढ़ाने जाते हैं।

गौमूत्र, दूध, हल्दी जैसी चीज़ों से बनाया खेती को सफल, विदेशों से भी सीखने आते हैं किसान

By प्रीति टौंक

गुजरात के किसान अश्विन नारिया, पिछले 20 सालों से जैविक खेती में पंच संस्कारों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसमें उन्होंने गौमूत्र, गाय का दूध, हल्दी जैसी प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके कम खर्च में बेहरतीन मुनाफ़ा कमाया है।