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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

खेल-खेल में बच्चे हल कर सकें गणित के कठिन सवाल, इसलिए इस हिन्दी टीचर ने किए कई अविष्कार

By प्रीति टौंक

भुज (गुजरात) के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक, अशोक परमार अपनी कला और रचनात्मकता का उपयोग, बच्चों को गणित पढ़ाने में करते हैं। वह साल 2005 से राज्य के गणित विषय के पुस्तक लेखन का काम कर रहे हैं। उनके इन्हीं प्रयासों के कारण, उन्हें इस साल राष्ट्रीय श्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार भी मिला है।

सितम्बर के महीने में लगाएं ये बीज और ठंड में खाएं घर की ताज़ी सब्जियां

By प्रीति टौंक

मौसम के अनुसार सितम्बर के महीने में कौनसी सब्जियों के बीज बोने चाहिए, चलिए जानें गार्डनिंग एक्सपर्ट से।

51 की उम्र में ज़मीन खरीदी और शुरू की खेती, 10 साल में सालाना रु. 15 लाख होने लगी कमाई

By प्रीति टौंक

51 की उम्र में नवसारी की लक्ष्मी पटेल ने अपनी जमीन खरीदी और शुरू की आम और चावल की खेती। आज वह ऑर्गेनिक तरीकों का उपयोग करके अपने खेतों से लाखों का मुनाफा कमा रही हैं। पढ़ें उनकी सफलता की कहानी।

एक हफ्ते के गार्डनिंग कोर्स ने बदली ज़िन्दगी, अब बाज़ार से नहीं आती एक भी केमिकल वाली सब्ज़ी

By प्रीति टौंक

सूरत की जागृति पटेल ने तीन साल पहले जब अपना घर बनवाया, तो उन्हें छत पर सब्जियां उगाने का ख्याल आया। उन्होंने टेरेस गार्डनिंग का कोर्स किया और शुरू हो गईं। आज वह तक़रीबन सभी सब्जियां घर पर ही उगा लेती हैं।

पिता के आखरी वक़्त में साथ न होने के अफ़सोस में, आठ सालों से कर रहीं बेसहारों की देखभाल

By प्रीति टौंक

पिता को खोने के बाद, जल्पा ने सड़क के किनारे रह रहे बेसहारा लोगों की मदद करने की सोची। वह पिछले आठ सालों से जरूरतमंदों के लिए खाना, कपड़े और दवाइयों का इंतजाम कर रही हैं। पढ़ें एक बेटी के अपने पिता के प्रति समर्पण की कहानी!

दिल्ली के बीचों-बीच एक मकान, जहाँ है जंगल जैसा सुकून, बसते हैं पंछी और हंसती है प्रकृति

By प्रीति टौंक

अपने कमरे की बालकनी में कुछ पांच पौधों से की थी गार्डेनिंग की शुरुआत, वहीं आज दिल्ली की रश्मि शुक्ला उगाती हैं तक़रीबन सभी मौसमी सब्जियां और कई फल-फूल। उन्होंने अपनी छत पर एक बेहतरीन ईको-सिस्टम तैयार किया है।

Grow Papaya: इन आसान तरीकों से घर पर उगाएं सेहत से भरपूर पपीते का पौधा

By प्रीति टौंक

पपीता अपने मीठे स्वाद और स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण मशहूर है। लेकिन क्या आप जानते हैं, इसके पौधे को घर पर उगाना भी काफी आसान है। चलिए जानें, क्या है इस लगाने का सबसे तरीका।

भट्टी में नहीं, धूप में सुखाई ईंटो से बनी हैं इस घर की दीवारें, जानिए क्या है इसके फायदे

By प्रीति टौंक

बेंगलुरु का घोष परिवार, हमेशा से ज़ीरो कार्बन वेस्ट वाले ईको-फ्रेंडली घर में रहना चाहता था। इसी सोच के साथ जब 2013 में उन्होंने अपना घर बनाया, तो इसमें प्राकृतिक साधनों के इस्तेमाल पर जोर दिया गया। कैसे बनाया उन्होंने अपने घर को एक सस्टेनेबल घर, चलिए जानें।

देसी बीज इकट्ठा करके जीते कई अवॉर्ड्स, खेती के लिए छोड़ी थी सरकारी नौकरी

By प्रीति टौंक

बरगढ़ (ओडिशा) के एक छोटे से गांव काटापाली के सुदाम साहू, साल 2001 से देसी बीज जमा करने का काम कर रहे हैं। आज उनके पास तक़रीबन एक हजार धान और 60 से ज्यादा दालों और सब्जियों के देसी बीज मौजूद हैं।

राजकोट के इस युवक ने देसी खटिया को बनाया डिज़ाइनर, मिलने लगे विदेशों से भी ऑर्डर्स

By प्रीति टौंक

परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने से पढ़ाई छूट गई, गांव में बाढ़ आई तो घर छूट गया फिर भी राजकोट के मुस्तफ़ा लोटा ने हार नहीं मानी। आज वह अपने हुनर की बदौलत अपनी बनाई खटिया अमेरिका और लंदन तक भेज रहे हैं।