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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

नेत्रहीन हैं, पर इनकी बनाई डिज़ाइनर कुर्सियां देख दंग रह जाएंगे आप

By प्रीति टौंक

आँखों से लाचार होने के बावजूद पाटन के मगन भाई ठाकोर ने कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाए बल्कि हाथों से मेहनत करके आत्मनिर्भर बने हैं।

एक इंस्पेक्टर की पहल! 250 गांवों में खुली लाइब्रेरी, यहां से पढ़, कोई बना जेलर तो कोई टीचर

By प्रीति टौंक

लॉकडाउन में अपने गांव के बच्चों को पढ़ने का एक अच्छा माहौल देने के लिए, गनौली के ह्यूमन राइट्स इंस्पेक्टर लाल बहार ने कुछ दोस्तों की मदद से एक लाइब्रेरी खोली। उनका प्रयास इतना सफल हुआ कि कई गांवों में ऐसी लाइब्रेरी खुल गई।

85 वर्षीय रिटायर टीचर का घर है एक पक्षी अभ्यारण्य, पति-पत्नी रोज मिलकर भरते हैं 1500 परिंदों का पेट

By प्रीति टौंक

सीहोर (गुजरात) के रामटेकरी इलाके में सीताराम नाम से मशहूर रिटायर टीचर रामजीभाई मकवाना पिछले 40 सालों से अपनी पत्नी के साथ मिलकर पक्षियों की सेवा कर रहे हैं। उनका बनाया पक्षी तीर्थ किसी अभ्यारण्य से कम नहीं।

80 प्रतिशत दिव्यांग हैं लेकिन किसी पर निर्भर नहीं, खुद स्कूटर से जाकर बेचती हैं अचार-पापड़

By प्रीति टौंक

गुजरात की चेतनाबेन पटेल भले ही 80 प्रतिशत दिव्यांग हैं लेकिन, वह किसी पर निर्भर नहीं हैं। उन्हें चलने में कठिनाई है, इसके बावजूद वह अपने घर पर अचार का बिजनेस करतीं हैं और खुद ही ग्राहकों तक इसे पहुंचातीं हैं।

किसानों के लिए एक से बढ़कर एक उपकरण बनाने वाले अब्दुल खादर नदकत्तिन को मिला पद्म श्री पुरस्कार

By प्रीति टौंक

कर्नाटक के सीरियल ग्रासरूट इनोवेटर, अब्दुल खादर नदकत्तिन, पिछले 40 सालों से खेती से जुड़े इनोवेशन कर रहे हैं।

Grow Grapes: अगर घर में आती है अच्छी धूप तो किसी कंटेनर में आसानी से उगा सकते हैं अंगूर

By प्रीति टौंक

घर के गार्डन में उगे अंगूर दिखने में जितने अच्छे लगते हैं, इनका स्वाद भी उतना ही स्वादिष्ट होता है। जानें इसे पॉट में उगाने की आसान तकनीक।

हिट हुई कबाड़ से बनाई खेती की गाड़ी, जुगाड़ू कमलेश ने 'Shark Tank India' में बाजी मारी

By प्रीति टौंक

मालेगांव के समीप स्थित एक छोटे से गांव तारपाडा के रहनेवाले युवा किसान कमलेश, खेती को आसान बनाने के लिए जुगाड़ बनाते थे। अपने जुगाड़ को और किसानों तक पहुंचाने की सोच के साथ, वह 'Shark Tank India' में गए थे।