40 साल से पक्षियों की निस्वार्थ सेवा करते हैं रामजीभाई मकवाना

85 की उम्र में भी करते हैं पक्षी और जरूरतमंदों की सेवा

उनका बनाया पक्षी-तीर्थ है सीहोर का छोटा अभ्यारण्य

हर दिन भरते हैं 1500 पक्षियों का पेट

पति-पत्नी मिलकर करते हैं बेजुबानों की सेवा

खुद के पेंशन से बनाया पक्षी अभ्यारण्य