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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

विदेश की नौकरी ठुकरा, गोबर से बनाये प्रोडक्ट्स, गांववालों को दिया रोज़गार

By प्रीति टौंक

गुजरात के गोधरा से 40 किमी दूर देवगढ़ बारिया गांव के राहुल धरिया यूं तो पेशे से एक डॉक्टर हैं, लेकिन गौ सेवा में अपनी विशेष रुचि के कारण वह पिछले पांच सालों से देसी गाय के गोबर पर रिसर्च कर रहे हैं और खुद ही गाय के गोबर से घड़ी, मोबाइल स्टैंड, मूर्तियां सहित कई चीजें बना रहे हैं।

"IIT से ज़्यादा मुश्किल है मिट्टी का घर बनाना!" विदेश की नौकरी छोड़ गाँव में बस गया यह कपल

By प्रीति टौंक

उज्जैन से करीब 50 किमी दूर बड़नगर में बना एक नेचुरल फार्म स्टे- जीवंतिका को दो आईआईटी टॉपर्स साक्षी भाटिया और अर्पित माहेश्वरी ने अपने जीवन के अनुभवों से बनाया है।

70 किस्म के टमाटर उगते हैं बेंगलुरु की इस छत पर, आलू-प्याज़ के अलावा कुछ नहीं आता बाज़ार से

By प्रीति टौंक

बेंगलूरु की प्रतिमा अदिगा पेशे से शेफ हैं और जब से उन्हें बाहर मिलने वाली सब्जियों के केमिकल के बारे में पता चला, तब से उन्होंने घर पर सब्जियां उगाना शुरू कर दिया। आज वह खुद के साथ-साथ शहर के 170 लोगों को गार्डनिंग सिखा रही हैं।

इस मानसून सीज़न में लगाएं ये पांच फूल, कम देख-रेख में भी गुलजार होगा आपका गार्डन

By प्रीति टौंक

एक्सपर्ट की मानें, तो मानसून में हर एक पौधा बड़ी आसानी से उग जाता है। ऐसे में आप अपने गार्डन में इन पांच फूलों के पौधे ज़रूर लगाएं।

मिलिए ओडिशा की एकमात्र महिला प्लंबिंग ट्रेनर से, 1000+ लोगों को दे चुकी हैं ट्रेनिंग

By प्रीति टौंक

सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद, भुवनेश्वर की शताब्दी साहू ने नौकरी करने के बजाय एक ऐसे काम को चुना, जिसे महिलाओं का काम नहीं समझा जाता। लेकिन भीड़ से हटकर उनके काम ने ही आज उन्हें ओडिशा की एक मात्र महिला प्लंबर ट्रेनर का ख़िताब दिलाया है।

हर दिन 50 तोते और कई दूसरे पक्षी आते हैं पुणे के इस घर में, जनिए वहां ऐसा क्या है खास

By प्रीति टौंक

मिलिए पिछले सात सालों से पुणे में रह रहीं राधिका सोनवणे से, जिनके घर की छोटी सी बालकनी में पिछले तीन सालों में ढेरों तोते और पक्षी आने लगे। जानें ऐसा क्या करती हैं वह इन पक्षियों के लिए?

देख नहीं सकते पर दुनिया को किया रोशन, मोमबत्ती बिज़नेस में 9000 नेत्रहीनों को दिया रोज़गार

By प्रीति टौंक

मिलिए देश के सबसे सफल दिव्यांग बिज़नेसमैन भावेश भाटिया से, जो खुद नेत्रहीन होने के बावजूद देशभर के 9000 दिव्यांगजनों को काम दे रहे हैं और अपने प्रोडक्ट्स देश की कई बड़ी कंपनियों के साथ दुनिया भर में पंहुचा रहे हैं।

इन छोटी-छोटी बातों का रखें ध्यान, तो बारिश में खूबसूरत बना रहेगा आपका गार्डन

By प्रीति टौंक

यह मौसम पौधों की कटिंग के साथ, नए पौधे लगाने के लिए सबसे अच्छा समय है, चलिए जानें और क्या तैयारी करनी चाहिए इस मौसम में।