अगर आप गार्डनिंग के शौकिन हैं, तो आपको पता ही होगा कि फूल के पौधों की खूबसूरती हर मौसम में अलग-अलग होती है। कुछ पौधे गर्मी में ठीक तरीके से बढ़ते हैं, तो कुछ ठंड के मौसम में वहीं कुछ बारिश में। मानसून का मौसम तो हर तरह के पौधे उगाने के लिए सही होता है। ज़रा सोचिए बारिश का मौसम और बगीचे में ढेरों फूल खिले हुए कितने सुन्दर लगेंगे! इसलिए गार्डनिंग करने वाले लोग बारिश के मौसम में ज्यादा बारिश गिरने से पहले ही कुछ पौधों को लगा लेते हैं।
अगर, आपने हाल ही में गार्डनिंग करना शुरू किया है और आप सोच रहे हैं कि किन फूलों को अपने गार्डन में लगाएं, तो इसका जवाब दे रही हैं कोटा में गार्डनिंग करनेवाली पारुल सिंह।
पारुल को फूलों का बेहद शौक़ है और उनके गार्डन में कई सजावटी पौधों के साथ ढेरों फूलों के पौधे और वॉटर लिली लगे हुए हैं। तो चलिए जानें उनसे कि किन फूल के पौधों को कम देखभाल के साथ भी आराम से उगाया जा सकता है।
1. गुलमेहंदी
बरसात के महीने मे जब चारों तरफ नमी बनी रहती है, उस समय अपने बगिया को रंग-बिरंगे फूलों से भरना हो, तो आप बालसम का पौधा लगा सकते हैं, जिसे गुलमेहंदी भी कहते हैं।
यह पौधे में एक साथ ढेर सारे फूल खिलते हैं, जिसके कारण इसे लोग काफी पंसद करते हैं। आप नर्सरी से इनके पौधे लाकर लगा सकते हैं। वहीं अगर आपको बीज से इसे उगाना हो, तो आप अप्रैल-मई में इसके बीज लगा सकते हैं, जिसके बाद अगस्त तक इसमें ढेरों फूल आने लगेंगे।
सबसे पहले आप मिट्टी, गोबर की खाद और नीम की खली मिलाकर अच्छा पॉटिंग मिक्स तैयार करें।
फिर छह इंच के गमले में एक साथ तीन से चार पौधे लगा सकते हैं।
पौधों को नियमित रूप से धूप वाली जगह पर रखें।
मिट्टी सूखने पर ही पानी डालें।
पौधा जब अच्छा घना हो जाएगा, तो इसमें ढेरों फूल आएँगे। इसके फूल सुखकर बीज मिट्टी में गिराते हैं और इससे नए पौधे तैयार होने लगेंगे।
आपको अपने आस-पास किसी न किसी रंग के बोगनविलिया के फूलों के पौधे दिख ही जाएंगे, तो देर किस बात की, किसी पौधे से आप इसे अपने घर में लगाने के लिए दो-तीन कटिंग ले आइये। क्योंकि, बोगनविलिया के पौधों को कटिंग से लगाना बहुत ही आसान है। आप बोगनविलिया लगाते समय अपने इलाके के तापमान का ध्यान ज़रूर रखें। अगर आपके यहां 35 डिग्री तक तापमान रहता है, तब भी आप बोगनविलिया लगा सकते हैं। इसके अलावा, किसी भी कटिंग को लगाने का सबसे अच्छा मौसम मानसून होता है।
बोगनविलिया की कटिंग लगाने के लिए आप सामान्य बगीचे की मिट्टी ले सकते हैं।
इसे किसी 12 से 15 इंच के मिट्टी के गमले में भर लीजिए।
इस गमले में आप तीन-चार कटिंग एक-दूसरे से समान दूरी पर लगा दीजिए।
अब गमले में ऊपर से पानी डालें और इसे ऐसी जगह रखें, जहां इस पर सीधी धूप न पड़े।
लगभग दो हफ्तों में आपको अपनी कटिंग में विकास दिखने लगेगा। अब आप गमले को धूप में रख सकते हैं।
नियमित रूप से पानी देते रहें और देखते रहें कि कौन-सी कटिंग विकसित हो रही है।
अगर किसी कटिंग में दो-तीन हफ्तों बाद भी कोई विकास नहीं होता, तो आप इसे निकाल दें।
ढाई-तीन महीने में आपका बोगनविलिया का पौधा अच्छा-खासा बढ़ने लगेगा।
3. गुड़हल
गुड़हल के पौधा आमतौर पर हर गार्डन में रहता ही है। आप किसी पौधे से कटिंग लाकर इसे लगा सकते हैं, वहीं यह पौधा नर्सरी में भी आराम से मिल जाता है। चलिए जानें कटिंग लाकर घर में इसे कैसे उगाते हैं!
सबसे पहले एक प्रूनिंग कटर की मदद से आप 45 डिग्री एंगल से गुड़हल की 10 इंच की एक डाली की कटिंग करें।
ज्यादा मोटी डाली को न काटें, वहीं बिल्कुल नई डाली से भी इसे नहीं लगाया जा सकता। आप ऐसी डाली लें, जिसमें से फूल निकलते हों।
कटी हुई डाली से पत्ते निकाल लें।
आप चाहें, तो इसे सीधा ही गमले में लगाएं। लेकिन अगर आप पानी में इसे प्रॉपगेट कर रहे हैं, तो किसी ग्लास में पानी भरकर इसे तेज़ धूप से बचाकर खिड़की के पास रखें।
तक़रीबन 15 दिन में आप देखेंगे कि इसमें जड़ निकल जाएगी। आप हर दिन इसका पानी बदलते रहें, ताकि डाली को सही ऑक्सीजन मिलती रहे।
15 से 20 इंच के गमले या ग्रो बेग में बीचों-बीच डाली को लगाएं। एक गमले में एक ही पौधा लगाएं।
गमले में सीधा लगाने पर भी डाली से जड़ निकलने में तकरीबन 20 दिन लग जाते हैं। तब तक इसे तेज़ धुप से बचाकर रखें और हर दिन थोड़ा-थोड़ा पानी देते रहें।
16 से 32 डिग्री का तापमान इसके लिए सबसे अच्छा होता है।
आप देखेंगे कि एक दो महीने के अंदर इसमें कई पत्तियां निकल जाएंगी।
4. रेन लिली
पारुल कहती हैं कि आप बीज और बल्ब, दोनों से ही रेन लिली लगा सकते हैं। बीजों से पौधे को विकसित होने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है। लेकिन अगर आप मच्योर बल्ब से पौधा लगा रहे हैं, तो यह बहुत तेजी से विकसित होता है। अगर आप पहली बार रेन लिली लगाना चाहते हैं, तो सिर्फ चार-पांच बल्ब खरीदकर इसे लगा सकते हैं। चलिए जानें इसे कैसे लगाएं।
गमले में पॉटिंग मिक्स भरकर आप बीज या बल्ब को लगा सकते हैं।
फिर अच्छे से पानी दें, ताकि गमले की पूरी मिट्टी गीली हो जाये।
इसके बाद, गमले को आप धूप में रख सकते हैं।
लगभग एक-दो हफ्तों में रेन लिली के पौधे पनपने लगते हैं।
पौधों को ज़रूरत के हिसाब से पानी दिया जाना चाहिए।
बीच-बीच में आप गोबर की खाद या पत्तों की खाद भी पौधे को दे सकते हैं।
नियमित रूप से गमले में निराई-गुड़ाई करते रहें।
पारुल कहती हैं कि आप किसी भी मौसम में रेन लिली लगाएं, पर इस पर फूल बारिश के मौसम में ही आते हैं। इसलिए आप बारिश का मौसम शुरू होने से पहले इसके फोलिएज की कटाई-छंटाई कर सकते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा फूल आएं।
5. मॉर्निग ग्लोरी / ऑरेंज ट्रंपेट वाइन
पारुल कहती हैं कि बारिश का मौसम कोई भी लता वाले पौधे लगाने के लिए बेहद अच्छा होता है। इस मौसम में लताएं जल्दी विकसित हो जाती हैं। आप अपने पसंद की किसी भी लता यानी क्रीपर को लाकर लगा सकते हैं। अगर आप ऑरेंज ट्रम्पेट का एक पोधा लगाते हैं, तो यह आपके पूरे घर को फूलों से भर देगा। आप इस पोधे को बहुत ही आसानी से अपने घर के गमले में/बगीचे में लगा सकते हैं।
इसे कटिंग के जरिए आराम से लगाया जा सकता है और यह बिना ज्यादा फ़र्टिलाइज़र के भी आराम से बढ़ता है। इसमें गुच्छे में ढेरों फूल आते हैं। आप इसका पौधा नर्सरी से भी ला सकते हैं। अगर इसे जमीन में लगाएं, तो यह अच्छा बढ़ता है। वहीं गमले में इसे उगाने के बाद अच्छा सपोर्ट मिलने पर भी यह गार्डन में चार चाँद लगा देगा।
हालांकि बारिश का महीना पौधे लगाने के लिए सही होता है, लेकिन बारिश के मौसम में ज्यादा पानी से पौधों को बचाना चाहिए। इसके साथ ही कीटों से पौधों को बचाने के लिए आप फंगीसाइड और नीम के तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं। तो आप अपने पंसद की लता या कटिंग लाकर इस बारिश में जरूर एक फूल का
पौधा अपने गार्डन में लगाएं। साथ ही आप अपने खूबसूरत फूलों वाले गार्डन की तस्वीरें हमारे साथ शेयर करना न भूलें।
हैप्पी गार्डनिंग!
संपादनः अर्चना दुबे
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