Powered by

Latest Stories

HomeAuthorsप्रीति टौंक
author image

प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

पहले नौकरी छोड़ मशरूम उगाया, फिर बिस्किट से लेकर च्यवनप्राश तक बनाया, अब कमा रहे लाखों

By प्रीति टौंक

मिलिए टिहरी गढ़वाल के एक छोटे से गांव भैंसकोटी में रहनेवाले कुलदीप बिष्ट से, जो कभी पढ़ाई और काम के लिए शहर चले गए थे। लेकिन आज गांव में रहकर ही मशरूम की खेती कर रहे हैं और इससे लाखों का मुनाफा भी कमा रहे हैं।

फरवरी में ज़रूर बोएं इन 5 सब्जियों के बीज

By प्रीति टौंक

मौसम बदलते ही सब्जियों का स्वाद भी बदल जाता है। सर्दियां जाने को हैं और गर्मियां आने वाली हैं। नए मौसम में अपने गार्डन में ज़रूर बोएं इन पांच सब्जियों के बीज।

परिवार के लिए चक्की का आटा बनाने से हुई बिज़नेस की शुरुआत, अब शार्क टैंक पर जीतें 40 लाख

By प्रीति टौंक

राशन की दुकान हो या आटे की चक्की, शार्क टैंक इंडिया का मंच छोटे से छोटे बिज़नेस के लिए सुनहरे मौके से कम नहीं। इसके लेटेस्ट एपिसोड में शर्मा जी का आटा लेकर आईं एक माँ की कहानी इस बात का सच्चा सबूत है।

बिजली से लेकर पेट्रोल तक सब फ्री, यह किसान बेकार गोबर से पूरी करता है सारी जरूरतें

By प्रीति टौंक

शाजापुर, मध्य प्रदेश के किसान देवेंद्र परमार ने अपनी सूझ-बूझ से कमाल का सिस्टम तैयार किया है। कचरे में जानेवाले गोबर से वह CNG गैस बनाते हैं। अब उन्हें पेट्रोल और बिजली के लिए बिल्कुल पैसे खर्च नहीं करने पड़ते।

टीचर की नौकरी छोड़, शुरू किया वर्मीकम्पोस्ट बिज़नेस, जानिए कैसे कमा रहे हैं लाखों रुपये

By प्रीति टौंक

हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहनेवाले दीपक सिंह पिछले तीन सालों से वर्मीकम्पोस्ट बिज़नेस चला रहे हैं। उन्होंने टीचर की नौकरी के साथ महज़ 5000 रुपये के निवेश से इस बिज़नेस की शुरुआत की थी और आज वह इससे हर महीने 60 हज़ार रुपये कमा रहे हैं।

'मैक्रैम आर्ट' ने दी डिप्रेशन से लड़ने की ताकत, गृहिणी से बिज़नेसवुमन बनकर अब कमा रहीं लाखों

By प्रीति टौंक

मैक्रैम बिज़नेस से गुरुग्राम की सनप्रीत कौर आज घर बैठे लाखों रुपये कमा रही हैं। एक समय पर, इसी कला ने डिप्रेशन से निकलने में भी मदद की थी।

पति की याद में पत्नी की सेवा, फ्री में चला रहीं एम्बुलेंस, आई सैकड़ों मरीजों के काम

By प्रीति टौंक

मिलिए राजकोट की संगीता हरेश शाह से, जिनके नेक काम के कारण आज शहर के कई ज़रूरतमंद मरीजों को फ्री में एम्बुलेंस सेवा मिल रही है। पढ़ें उनकी कहानी और जानिए क्यों और कैसे हुई इस काम की शुरुआत।