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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

रमाकांत आचरेकर : जिनके एक थप्पड़ ने बनाया दिया सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का 'मास्टर ब्लास्टर'!

By निशा डागर

भारतीय क्रिकेट कोच, रमाकांत आचरेकर का 2 जनवरी 2019 को निधन हो गया। मुंबई निवासी आचरेकर को ज्यादातर दादर के शिवाजी पार्क में युवा खिलाड़ियों को क्रिकेट सिखाने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा वे मुंबई क्रिकेट टीम के लिए चयनकर्ता भी रहे। लोग उन्हें सचिन तेंदुलकर के कोच के तौर पर भी जानते हैं।

कभी विवादों में रहा, तो कभी इस पर रोक लगायी गयी; जानिये 'भारत रत्न' का इतिहास!

By निशा डागर

'भारत रत्न' की स्थापना साल 2 जनवरी 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गयी थी। यह सम्मान कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा के के साथ-साथ किसी भी क्षेत्र के व्यक्ति को उसके अभूतपूर्व युगदान और उपलब्धियों के लिए दिया जा सकता है। 

पिता ने कर्ज़ लेकर बनवाया था क्रिकेट ग्राउंड, बेटी ने नेशनल टीम में सेलेक्ट होकर किया सपना पूरा!

By निशा डागर

अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने साउथ अफ्रीका की टीम के खिलाफ़ 75 रनों की शानदार पारी खेलकर सबका दिल जीत लिया है!

कादर ख़ान: क़ब्रिस्तान में डायलॉग प्रैक्टिस करने से लेकर हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार बनने तक का सफर!

By निशा डागर

31 दिसंबर 2018 को लम्बे समय से बीमार चल रहे हिंदी सिनेमा जगत के दिग्गज कलाकार और पटकथा लेखक, कादर ख़ान का निधन हो गया। काफ़ी अरसे से उनका इलाज़ कनाड़ा के एक अस्पताल में चल रहा था। उनके निधन की खबर से पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री शोक-ग्रस्त है। महानायक अमिताभ बच्चन से लेकर कॉमेडी किंग गोविंदा ने उनकी मृत्यु पर शोक जाहिर किया।

नूर इनायत ख़ान : एक भारतीय शहज़ादी, जो बनी पहली महिला 'वायरलेस ऑपरेटर' जासूस!

By निशा डागर

1 जनवरी 1914 को मोस्को में जन्मीं नूर का पूरा नाम नूर-उन-निसा इनायत ख़ान था। नूर इनायत ख़ान, मैसूर के महाराजा टीपू सुल्तान की वंशज, एक भारतीय शहज़ादी, और दुसरे विश्व-युद्ध के दौरान हिटलर के नाज़ी साम्राज्य के खिलाफ़ ब्रिटिश सेना की जासूस!

टेलीविज़न के इतिहास की एक बेजोड़ कृति; कैसे बनी थी, श्याम बेनेगल की 'भारत एक खोज'!

By निशा डागर

श्याम बेनेगल हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध निर्देशक हैं। 14 नवंबर 1934 को आंध्र-प्रदेश में जन्में श्याम बेनेगल ने फिल्मों के साथ-साथ टीवी धारावाहिक व डोक्युमेंटरी भी बनाई हैं। उनके द्वारा भारतीय इतिहास पर बना दूरदर्शन का धारावाहिक 'भारत एक खोज' नेहरु की किताब 'डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया' पर आधारित था।

भारतीय सेना : मायनस 9 डिग्री में खुद रहे बाहर, बर्फ़ में फंसे हुए यात्रियों को दिया अपना बैरक!

By निशा डागर

28 दिसंबर 2018 को सिक्किम में भारी बर्फबारी के चलते लगभग 2, 500 टूरिस्ट नाथू ला और 17 मील क्षेत्र में फंस गये थे। ऐसे में भारतीय सेना के जवानों ने सभी को बचाने के लिए राहत बचाव कार्य शुरू किया। सैनिकों ने ना सिर्फ़ इन यात्रियों को बचाया बल्कि इन सभी के रहने और खाने-पीने का भी इंतजाम किया।

इन 10 प्रशासनिक अधिकारीयों ने अपने क्षेत्रों में किये कुछ ऐसे पहल, जिनसे मिली विकास की राह!

By निशा डागर

द बेटर इंडिया हर साल ऐसे 10 प्रशासनिक अधिकारियों (किसी विशेष क्रम में नहीं) के प्रयासों के बारे में पाठकों को बताता है, जिनकी वजह से कई जगह बदलाव आया है। यही अधिकारी हमें आशा की किरण देते हैं कि कुछ अच्छे अफसर एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं!

आज़ादी की लड़ाई में बिछड़ी पत्नी से 72 साल बाद मिले 90 वर्षीय स्वतन्त्रता सेनानी; दिल छू जाने वाला था मंज़र!

By निशा डागर

केरल का एक विवाहित जोड़ा, जो कि साल 1946 में किसान आंदोलन के दौरान एक-दुसरे से बिछुड़ गया था; पुरे 72 साल बाद एक-दूजे से मिला। 90 वर्षीय ए. के. नाम्बियार उस समय केरल के गांव कवुम्बई के किसान आंदोलन में भाग लेने के कारण जेल चले गया और उन्हें उनकी पत्नी शारदा (अब 86 वर्षीय) से बिछड़ना पड़ा था।

मैनुअल आरों: पहला भारतीय खिलाड़ी, जो बना शतरंज का 'इंटरनेशनल मास्टर'!

By निशा डागर

मैनुअल आरों का जन्म 30 दिसम्बर 1935 को बर्मा (वर्तमान म्यांमार) में हुआ था। उनके माता-पिता भारतीय थे। मैनुअल आरों भारतीय राज्य तमिलनाडु में पले बढ़े। उन्होंने 9 बार राष्ट्रीय शतरंज की चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। वे ‘इन्टरनेशनल मास्टर’ बनने वाले प्रथम भारतीय हैं।