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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

पगड़ी को पट्टी की तरह इस्तेमाल कर बचायी जान; वाकई इंसानियत का कोई धर्म नहीं होता!

By निशा डागर

जम्मू-कश्मीर में त्राल तहसील के देवर गाँव के निवासी, मंजीत ने एक सड़क दुर्घटना में खून से लथपथ औरत की जान बचाने के लिए अपनी पगड़ी उतारकर उसे पट्टी की तरह इस्तेमाल किया ताकि उस औरत का खून और ज्यादा ना बहे। अवंतीपोरा में एक 45 वर्षीय औरत को तेज रफ़्तार से आ रहे एक ट्रक ने टक्कर मार दी।

'मोबाइल' पुलिस स्टेशन: महाराष्ट्र की आईपीएस अफ़सर विनीता साहू की अनोखी पहल!

By निशा डागर

नागरिकों का भरोसा कानून व्यवस्था पर बनाने के लिए महाराष्ट्र के भंडारा जिले की पुलिस अधीक्षक आईपीएस अफ़सर विनीता साहू ने एक अनोखी और प्रभावशाली पहल शुरू की है। उन्होंने भंडारा जिले और उसके आसपास के 17 स्थानों पर लोगों के लिए 'मोबाइल' पुलिस स्टेशन शुरू किये हैं।

80 मटकों में हर रोज़ 2000 लीटर से भी ज़्यादा पानी भर कर, दिल्ली की प्यास बुझाता है यह 69 वर्षीय 'मटका मैन'!

By निशा डागर

दिल्ली निवासी अलगरत्नम नटराजन को आज लोग 'मटका मैन' के नाम से भी जानते हैं। वे हर रोज साउथ दिल्ली में अनगिनत गरीब और जरुरतमंदों की प्यास बुझाते हैं। उन्होंने यहाँ के अलग-अलग इलाकों में लगभग 80 मटके लगवाए हैं और हर सुबह जाकर इन सारे मटकों को स्वच्छ और पीने योग्य पानी से भरते हैं।

पहली बार देश की महिला पुलिसकर्मियों के लिए बनाया गया स्पेशल 'बॉडीसूट'!

By निशा डागर

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)  ने महिला पुलिसकर्मियों और पैरामिलिट्री अफ़सरों के विभिन्न शारीरक मापों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए खास तरीके का 'रायट गियर' तैयार किया है। 'रायट गियर,' एक खास तरह की यूनिफॉर्म या बॉडीसूट है, जिसे आग और एसिड प्रतिरोधक मैटेरियल से बनाया गया है।

आँखों में आँसू लिए यह महिला कर रही है भारतीय सेना का शुक्रिया; जानिये क्यूँ !

By निशा डागर

ट्विटर पर वायरल एक विडियो में एक महिला भारतीय सेना का धन्यवाद कर रही है। दरअसल, 28 दिसंबर 2018 को सिक्किम में भारी बर्फ़बारी के चलते लगभग 2,500 टूरिस्ट नाथू ला और 17 मील क्षेत्र में फंस गये थे। इन यात्रियों को भारतीय सेना ने बचाया और उसके बाद से ही हर कोई इनका शुक्रिया अदा कर रहा है।

भारतीय रेलवे भी अपनाएगा एयरलाइन मॉडल: ट्रेन में आरक्षित और खाली सीटों का चार्ट होगा पब्लिक!

By निशा डागर

भारतीय रेलवे का नया प्रस्ताव है कि यात्री किसी ट्रेन में सीट बुक करते समय, एयरलाइन की ही तरह ट्रेन में भी उपलब्ध सीटों का स्टेटस देख पायेंगें। जी हाँ, अब ट्रेनों के आरक्षित चार्ट को पहले ही सार्वजनिक कर दिया जायेगा ताकि लोगों को पता चल सके कि कितनी सीट पहले ही बुक हो चुकी हैं। 

'स्पर्शज्ञान': नेत्रहीनों के लिए देश का पहला ब्रेल अख़बार!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के स्वागत थोराट, फरवरी 2008 से भारत का पहला ब्रेल अख़बार 'स्पर्शज्ञान' चला रहे हैं। मराठी भाषा में प्रकाशित हों वाला 50 पन्नों का यह अख़बार, हर महीने की 1 तारीख़ और 15 तारीख़ को प्रकाशित होता है। स्वागत थोराट पेशे से स्वतंत्र पत्रकार और थियेटर निर्देशक रहे हैं।

नेत्रहीन नागरिकों के लिए एक पहल, 'ब्रेल लिपि' में लिखा गया भारतीय संविधान!

By निशा डागर

साल 2018 में, संविधान दिवस के मौके पर भारत सरकार ने नेत्रहीन नागरिकों के लिए 'भारतीय संविधान' को ब्रेल लिपि में उपलब्ध करवाया गया है। 'ब्रेल लिपि' का अविष्कार साल 1821 में एक नेत्रहीन फ्रांसीसी लेखक लुई ब्रेल ने किया था। 4 जनवरी 1809 को जन्में लुई ने बचपन में एक दुर्घटना में अपनी आँखों की रोशनी खो दी थी।

गोपालदास 'नीरज': 'कारवाँ गुजर गया' और रह गयी बस स्मृति शेष!

By निशा डागर

गोपालदास 'नीरज' का जन्म 4 जनवरी, 1925 को उत्तरप्रदेश के इटावा के 'पुरावली' नामक ग्राम में एक साधारण कायस्थ-परिवार में हुआ था। वे हिन्दी साहित्यकार, शिक्षक, एवं कवि सम्मेलनों के मंचों पर काव्य वाचक एवं फ़िल्मों के गीत लेखक थे। 19 जुलाई 2018 को उन्होंने दुनिया से विदा ली .

सावित्रीबाई फुले: भारत की पहली शिक्षिका, जिन्होंने खोले स्त्री शिक्षा के द्वार

By निशा डागर

सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका एवं मराठी कवयित्री थीं। ज्योतिबा फुले, saviteibai phule, mahatma jyotirao phule