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नो शराब, नो हथियार और फ्री मास्क! शादी के इस अनोखे कार्ड ने कायम की मिसाल

इन दिनों एक अनोखा निमंत्रण पत्र चर्चा में है। गया के गेवालबिगहा के रहनेवाले भोला यादव की बेटी आयुषी की शादी 16 फरवरी, 2022 को थी। इस शादी में लोगों को बुलाने के लिए जो निमंत्रण पत्र भेजा गया, उसमें शादी में शिरकत करने वाले मेहमानों के लिए चार नियम भी लिखे गए हैं।

सास-बहु ने बिहारी खाने में लगाया प्यार का ‘छौंक’, प्रति माह कमा रहीं लाखों रुपये

लिट्टी चोखा, सत्तु की कचौड़ी और सत्तू के शर्बत जैसे बिहारी खाने में अपनेपन और स्वाद का तड़का लगाकर सास-बहु की जोड़ी आज लाखों रुपये महीना कमा रही है।

इस शख्स के प्रयासों से बिहार बना गरूड़ों का आशियाना, जानिए कैसे

बिहार के भागलपुर स्थित मंदार नेचर क्लब के संस्थापक अरविंद मिश्रा 2006 से क्षेत्र में बड़े गरूड़ों के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए संघर्षरत हैं। उनके प्रयासों से यहाँ इस संकटग्रस्त प्रजाति की संख्या 78 से 600 तक पहुँच गई है।

ढाई वर्ष, 22 देश, यात्रा में बनाए कई घर, बचाई कई जिंदगियाँ

वसुधैव राइड एक ऐसी यात्रा थी, जिसके तहत प्रशांत और बेन ने मोटर साइकिल से 30 महीने में भारत से नेपाल, तिब्बत, चीन, यूनान, स्कॉटलैंड जैसे 22 देशों की यात्रा कर डाली।

दो वक़्त के खाने से लेकर राशन तक, बिहार की यह युवा टोली सुनती है ज़रूरतमंदों की बोली

फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई कर रहीं बिहार के छपरा जिले की मनस्वी ने इस नेक काम का बीड़ा उठाया है और उनका परिवार भी उनके इस काम में सहयोग दे रहा है।

7 दिन लगातार जुटकर खुद घर में बनाया सोक पिट, ताकि मोहल्ले में किसीको न हो पानी की कमी

2019 में उन्होंने अपने घर के बाथरूम और किचन को भी इस सोक पिट पाइप के द्वारा जोड़ दिया ताकि इन जगहों पर जो अतिरिक्त पानी बेकार हो जाता है वह पन सोखा में चला जाए जिससे वाटर लेवल बना रहे।

बिहार: रोज़गार देकर प्रवासी मजदूरों का दर्द कम कर रहे हैं पूर्णिया के डीएम राहुल कुमार!

किसी को मास्क बनाने का तो किसी को रंगाई पुताई का काम सौंपा है डीएम राहुल कुमार ने

गाली सुनकर भी आपा नहीं खोया, सुनिए सेवा के प्रति समर्पित एक आईपीएस अधिकारी की कहानी

नवादा के 8 मजदूर सूरत, गुजरात में फंसे हुए थे और 3 तीन दिन से भूखे थे। उन्होंने यह सोच कर गाली दी कि इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया जायेगा और वहां दो वक़्त का भोजन तो मिलेगा।

बिहार के इस गाँव में लोगों ने अपने प्रयास से शुरू किया क्वारंटीन सेंटर

By पुष्यमित्र

यहां बाहर से आये मजदूरों के रहने, खाने-पीने, साफ-सफाई और स्वास्थ्य जांच की मुकम्मल व्यवस्था है।