शिवांगी भोपाल के जाटखेड़ी इलाके में रहती हैं और यहां आसपास रहने वाले सभी लोगों को पता है कि यदि किसी भी जानवर को कोई आंच आई, तो फिर शिवांगी के प्रकोप से उन्हें कोई नहीं बचा सकता।
"लोग मुझ पर हँसे, ताना मारा और मुझे चिढ़ाया, मुझे अपमानित महसूस कराया। लेकिन मेरे पास बहुत कम विकल्प थे, और मेरा एक ही लक्ष्य था- अपने बेटों को अच्छी शिक्षा देना।" - लाईबी ओइनाम
इन जानवरों को भी चोट लगने, बीमारी या भूख में उतनी ही तकलीफ होती है जितनी हम इंसानों को। जानवरों से अगर प्यार करो तो वो बदले में आपसे उतनी ही वफादारी से प्यार करते हैं। इसलिए इनके प्रति क्रूरता और अपराध को रोकना चाहिए। - शबा बानो