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Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Uttarakhand, India.उत्तर भारत के उत्तराखंड से जुड़ीं पॉजिटिव, सकारात्मक कहानियां, अच्छी ख़बरें, आविष्कार से सम्बंधित ख़बरें, अनजाने नायक जो एक बेहतर कल के लिए प्रयासरत हैं. उत्तराखंड की महिलाओं की कहानियां, जिन्होंने बदलाव की नींव रखी। उत्तराखंड के किसानों को प्रेरित करने वाली प्रगतिशील किसानों की ख़बरें। शून्य से शुरू करके शिखर तक पहुँचने वाले लोगों की कहानियां। छोटे व्यवसाय से अपनी किस्मत बदलने वाले लोगों की प्रेरक कथाएं। \ Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Uttarakhand, India.

200 गांवों की महिलाओं को जोड़ रुकवाई जंगलों की कटाई और बचा ली कोसी नदी

By निशा डागर

मात्र 12 वर्ष की आयु में विधवा हो चुकीं बसंती बहन के संघर्ष की इस कहानी को पढ़कर आपको अपनी कठिनाईयां छोटी लगने लगेंगी।

सेब के किसानों की ज़िन्दगी बदलने वाले इन IAS अफसर के नाम से अब स्पेन में है एक पहाड़ी ट्रेक

जिस हिल स्टेशन में न के बराबर टूरिस्ट व व्यापारी आती थे, वहाँ सेब फेस्टिवल का आयोजन कर उत्तरकाशी के डीएम रहे आशीष ने देश और दुनिया के टूरिस्ट व खरीददारों को आने पर मजबूर कर दिया था।

पिता की बीमारी के चलते 13 साल की उम्र में उठाया हल, आज पूरे परिवार को पाल रही है यह बेटी

By Sanjay Chauhan

कोरोना वायरस के वैश्विक संकट के बीच लॉकडाउन के दौरान जहाँ कई युवाओं का रोजगार छिना तो वहीं बबिता ने लॉकडाउन के दौरान भी मटर, भिंडी, शिमला मिर्च, बैंगन, गोबी सहित विभिन्न सब्जियों का उत्पादन कर आत्मनिर्भर मॉडल को हकीकत में उतारा।

पानी की कमी से घटने लगी थी खेती, एक शख्स बना डाले 350 टैंक, बचाया 65 लाख लीटर पानी

बच्ची सिंह बिष्ट के सभी दोस्त हालात देखकर गाँव छोड़कर चले गए लेकिन बच्ची ने गाँव में रहकर ही परिस्थितियों को बदलने के बारे में सोचा।

दो हज़ार ग्रामीणों संग IFS अफसर ने बंजर ज़मीन पर बनाया ट्यूलिप गार्डन, रचा इतिहास

By पूजा दास

इस ट्यूलिप गार्डन की डेवलपमेंट कमेटी में मुख्य रूप से बेरोजगार स्थानीय समुदाय के युवा शामिल हैं। ये युवा गार्डन की स्थापना से लेकर इसे पूरा करने और उसके रखरखाव तक की सुविधा में जुड़े हुए हैं।

चीड़ के पत्तों से बिजली, फलों-फूलों से रंग और पहाड़ी कला, कुमाऊँ के इस अद्भुत सफर पर चलें?

By अलका कौशिक

बेरीनाग की पिछली यात्रा का हासिल था 'अवनि’ के इस सस्‍टेनेबल इकोसिस्‍टम को साक्षात देखना। पहाड़ों को देखने की एक नई निगाह दे गया था अवनी का दौरा।

चीड़ पेड़ के पत्तों से बिजली उत्पादन कर महीने के लगभग 45 हज़ार रुपये कमा रहा है यह शख्स!

By निशा डागर

शेखर बिष्ट के मुताबिक, वह हर दिन 250 यूनिट्स बिजली बना रहे हैं, जिसे वह 7.54 रुपये प्रति यूनिट की दर से उत्तराखंड पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी को बेच रहे हैं!

गंदा नाला बन चुकी नदी से निकाला 100 ट्रक से ज्यादा कूड़ा, ढूंढा नदी का उद्गम स्थल!

By निशा डागर

शिप्रा नदी के संरक्षण कार्य में वह अब तक अपनी जेब से लगभग 11 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं!

कुक से नेचर गाइड बने तौकीर समझते हैं पक्षियों की जुबां, कर रहे प्रकृति का संरक्षण!

बाइनाक्यूलर के जरिये चिड़ियों के व्यवहार और मूवमेंट का अध्ययन करने वाले तौकीर केवल रंग और आवाज से ही कुछ सेकंड्स में चिड़िया का नाम बता देते हैं।