इकोलॉजी में पीएचडी की डिग्री हासिल कर चुकी एकता कहती हैं, "रिसर्च वर्क अपने-आप में एक बेहद थका देने वाला काम होता है, पर दिन के अंत में मेरा बगीचा मुझे काफी सुकून देता था।”
“आपको 50 प्रकार की सब्जियों को उगाने के लिए 2×6 वर्ग फुट की बालकनी चाहिए। इसके साथ ही बिना केमिकल वाला आहार, उगाने के लिए कड़ी लगन और मेहनत भी चाहिए।” -डॉ. बिरादर
एक बार लोकल ट्रेन से सफर करते वक़्त डॉ. विनी ने कुछ लोगों को रेलवे लाइन से पालक तोड़ते हुए देखा और बाद में, उन्हें पता चला कि यही पालक बाज़ार में आता है। इसके बाद उन्होंने खुद अपनी सब्ज़ियाँ उगाने की ठान ली!
पपीता, मौसंबी, अनार, संतरा - नागपुर की मनीषा कुलकर्णी अपने बच्चों द्वारा खाए गए इन फलों के बीजों से पौधा तैयार करती हैं। उन्हें एक भी बीज खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है! #UrbanGarden
“मुझे लगता है कि सरिता मैम ने हमें जो सबसे अच्छी सलाह दी है, वह है कीटनाशक के रूप में चावल के स्टार्च का उपयोग करना। स्टार्च चिपचिपा होता है जिसके कारण कीट पौधे पर चिपक जाते हैं। मुझे यह रासायनिक कीटनाशकों का एक बढ़िया विकल्प लगता है।” – अनघा, छात्रा
उमेद सिंह पिछले 12 सालों से गार्डनिंग कर रहे हैं और उनके यहाँ जो भी उपज होती है, वह उनके परिवार के साथ-साथ उनके पड़ोसियों और रिश्तेदारों के यहाँ भी जाती है!