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बागवानी

0.25 एकड़ पर करते हैं खेती, मछली और मधुमक्खी पालन भी, 5 साल से नहीं गए बाज़ार

केरल के कोक्कवड गाँव के रहने वाले जोशी मैथ्यूज के पास 0.25 एकड़ जमीन है, जहाँ उन्होंने जैविक खेती और मछली पालन से लेकर मधुमक्खी पालन की सुविधा भी विकसित कर ली है।

उत्तर प्रदेश: टीचर की नौकरी छोड़ बने किसान, कैक्टस- नींबू की बागवानी कर कमा रहे 5 लाख रुपए

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिला के बवाइन गाँव के रहने वाले रविंद्र प्रताप सिंह ने 2006 में शिक्षक की नौकरी शुरू की थी लेकिन 2017 में उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और बागवानी की शुरुआत कर दी।

बेंगलुरु: रिटायरमेंट के बाद शुरू की बागवानी, अब छत पर हैं 200 से अधिक पेड़-पौधे

रिटायरमेंट के बाद 63 वर्षीया राजेश्वरी ने अपने गार्डनिंग के शौक को पूरा करने का मन बनाया और अपने छत पर बागवानी शुरू कर दी, आज उनके टेरेस गार्डन में 200 से अधिक पौधे हैं।

100+ पौधों की बागवानी कर, उनके ज़रिए हिन्दी व्याकरण और विज्ञान पढ़ातीं हैं यह टीचर

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिला के इंदिरापुरम इलाके में रहने वाली संगीता श्रीवास्तव पेशे से एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं।

कभी खेती करने के लिए मना करते थे दादाजी, अब उसी खेती से पोती कमा रही सालाना 10 लाख रूपये

सनिहा सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को खेती के बारे में जानकारी भी देती हैं और ज्यादा से युवाओं को खेती में आने के लिए प्रेरित करती हैं।

12 साल से छत पर खेती कर, पड़ोसियों को भी मुफ्त में सब्जियां खिला रहे हैं महेंद्र साचन

By साधना शुक्ला

10-12 सालों में उन्होंने आसपास समेत कई दोस्तों के घरों में भी किचन गार्डन बनवा दिए हैं।

घर-घर माली का काम करने से लेकर होंडा सिविक का मालिक बनने का सफ़र : ये है पुणे के रामभाऊ की कहानी!

By निशा डागर

पुणे निवासी निनाद वेंगरुलकर के माली रामभाऊ आज बागवानी से लाखों में कमा रहे हैं। उन्होंने आज से चार साल पहले एक माली के रूप में शुरुआत की थी। लेकिन आज उनके पास अच्छा घर, होंडा सिविक गाड़ी है और लगभग 15 लोग उनके नीचे काम करते हैं। निनाद ने एक फेसबुक पोस्ट में उनके बारे में लिखा है।

पौधों को भी गर्मी लगती है! आईये जानें इस गर्मी में कैसे रखें अपने बगीचे को हरा-भरा

जब हम गर्मियों में ठंडक देने वाले खानों और खुद को ठण्ड पहुंचाने वाली चीजों से जुड़ने लगते हैं, हमारे पौधे सूरज के तपती किरणों को झेल कर सूखते चले जाते हैं