प्रकाश चौहान मूल रूप से गुजरात के सूरत के रहने वाले हैं और वह पेशे एक सरकारी डॉक्टर हैं। लेकिन, करीब 2 साल पहले उन्होंने पत्ते की प्लेट को बढ़ावा देने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की।
26 मार्च 1974 को गढ़वाल की गौरा देवी के नेतृत्व में ग्रामीण महिलाओं ने सरकार द्वारा लागू जंगलों की कटाई की नीति के विरोध में 'चिपको आंदोलन' की शुरुआत की। आज भी इतिहास में इस आंदोलन को देश के सबसे पहले पर्यावरण संरक्षण आन्दोलन के तौर पर जाना जाता है!