कोलकाता के CA संतोष मोहता ने, अपनी छत पर बागवानी करने के साथ-साथ, शहरों में हरियाली फ़ैलाने के मकसद से ‘Concern For Earth’ नाम की संस्था भी बनाई है, जहाँ वह free gardening tips देते हैं।
पालनपुर, गुजरात के 26 वर्षीय निरल पटेल ने लॉकडाउन के दौरान एक अनोखा बीज बैंक बनाया है। वह महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान तक पार्सल से विलुप्त होती वनस्पतियों और पेड़ों के बीज पहुंचाते हैं।
मंजू नाथ और उनकी पत्नी गीता ने बेंगलुरु जैसे बड़े शहर में इको फ्रेंडली घर बनाया है। बिजली-पानी के साथ, अपने उपयोग के लिए सब्जियां उगाने के लिए भी वे प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।
बरहमपुर, ओडिशा में ITI प्रिंसिपल रजत कुमार पाणिग्रही ने ऑक्सीजन सिलिंडर ढोने के लिए विशेष ट्रॉली का निर्माण किया है, जो समय के साथ श्रम और जीवन भी बचाएगी।
Fortis अस्पताल, बसंत कुंज, दिल्ली के पल्मनॉलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार, डॉ. भरत गोपाल कोरोना मरीजों के ऑक्सीजन स्तर में सुधार लाने संबंधित सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं।
महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (MKSP) से जुड़कर, झारखंड के पिछड़े गांवों की महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। लाख की वैज्ञानिक खेती (lac farming) को अपनाकर कमा रही हैं, 50 हजार से एक लाख रुपये तक का सालाना मुनाफा।
अहमदाबाद, गुजरात के CA प्रतीक घोडा ने नौकरी छोड़कर ‘Bee Base Pvt Ltd’ नामक Honey Business शुरू किया। उनकी यह कंपनी शहद बेचने के साथ, मधुमक्खियों के संरक्षण के लिए भी काम कर रही है।
चितले ब्रांड (Chitale Bandhu) के सफर की शुरुआत, महाराष्ट्र के एक गांव से आए भास्कर गणेश चितले द्वारा की गयी थी। डेयरी फार्मिंग से शुरू हुआ यह बिजनेस आज एक बड़ा नाम बन चुका है। डेयरी के साथ मिठाई और इनके अन्य खाद्य उत्पाद देश-विदेश तक पसंद किये जाते हैं।