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बेसहारा विधवाओं को सहारा और सम्मान दे रहीं 'ऐंजल ऑफ़ वृन्दावन'

वृन्दावन की सड़कों पर बेसहारा वृद्ध महिलाओं को रेस्क्यू कर उन्हें रहने के लिए घर, पेट भरने के लिए खाना और जीवन यापन का सहारा देती हैं 60 वर्षीय लक्ष्मी गौतम। सड़क पर पड़े-पड़े ही अपने प्राण त्याग देने वालीं माताओं का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार भी वह खुद ही करती हैं।

बायोटॉयलेट से बोरवेल तक, वारली आदिवासियों के जीवन को बदल रहीं यह मुंबईकर, जानिए कैसे?

By प्रीति टौंक

जंगल के बीच, महाराष्ट्र के वारली आदिवासी समाज के हज़ारों परिवारों के जीवन में बुनियादी सुविधाएं लाने के लिए, मुंबई की कैसेंड्रा नाज़रेथ के प्रयासों की बेहतरीन कहानी आपको ज़रूर जाननी चाहिए।

एक शख्स की पहल से शुरू हुआ काम, 36 सालों से जरूरतमंद लोगों को मुफ्त में मिल रहा खाना

By प्रीति टौंक

जरूरतमंद लोगों को 38 सालों से फ्री में खाना देती है गंगामाता ट्रस्ट लावजी भाई पटेल ने 36 साल पहले शुरू किया था टिफिन बनाकर देने काम

500 से ज़्यादा लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं मुजफ्फरनगर की शालू

By प्रीति टौंक

मिलिए मुजफ्फरनगर की सामाजिक कार्यकर्ता शालू सैनी से, जो पिछले 15 सालों से अपनी खुद की जीवन की परेशनियां भूलकर दूसरे लोगों के लिए काम कर रही हैं। कोरोना के समय में उन्होंने लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करना शुरू किया था और अब तक वह 500 से ज्यादा लोगों का परिवार बन अंतिम क्रिया करा चुकी हैं।

27 स्पेशल बच्चों की माता-पिता बनकर सेवा करता है यह युवा कपल, खुद उठाते हैं सारा खर्च

By प्रीति टौंक

साल 2016 से राजकोट के उपलेटा तालुका की किरण पिठिया, अपने पति रमेश पिठिया के साथ मिलकर, गरीब और बेसहारा मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए एक विशेष संस्था चला रही हैं, जहां इन बच्चों की मुफ्त में सेवा की जाती है।

रेगिस्तान की तपती धूप में एक नज़ारा ऐसा भी, गरीब बच्चियों के लिए बना सस्टेनेबल स्कूल

By अर्चना दूबे

Rajkumari Ratnavati Girls School को न्यूयॉर्क की डायना केलॉग ने डिज़ाइन किया है। राजस्थान में महिला साक्षरता दर महज 32% है। ऐसे में जैसलमेर के कनोई गाँव का यह स्कूल लड़कियों को एक नई उमंग दे रहा है।

400 सेक्स वर्कर्स के लिए मसीहा हैं 70 वर्षीय अरूप, लॉकडाउन में भी पहुँचाते रहे राशन

By निशा डागर

कोलकाता में रहने वाले 70 वर्षीय अरूप सेनगुप्ता पिछले 4 सालो से 'नोतून जीबोन' नाम से अपना संगठन चला रहे हैं। इसके ज़रिए वह सेक्स वर्कर्स के बच्चों और घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए काम कर रहे हैं!

गुरुग्राम और हिसार में 1000 ज़रूरतमंद परिवारों तक राशन पहुंचा चुकी हैं शालिनी कपूर

सभी को ज़रूरतमंद लोगों की हरसंभव मदद करनी चाहिए। इसी सोच के साथ यत्न इस ज़रुरत के समय में लोगों की मदद को बढ़ चढ़कर भाग ले रहा है।

ड्राइवर से लेकर उद्यमी बनने तक, इस महिला ने 10,000 से अधिक महिलाओं को बनाया सशक्त!

“यह दोष देने या खुद पर तरस खाने का समय नहीं था। मुझे उन हालातों का सामना करना था और उन्हें हर हाल में बेहतर बनाना था।“ - मंदिरा बरूआ

कोविड-19: विप्रो और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन का 1,125 करोड़ रुपये देने का ऐलान

By पूजा दास

देश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या से निपटने के लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन और विप्रो ने आर्थिक और चिकित्सा सहायता की घोषणा की है।