मिलिए दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़ के IAS अधिकारी विनीत नंदनवार से, जिन्होंने बस्तर जैसे नक्सली इलाके में रहते हुए IAS अधिकारी बनकर, न सिर्फ अपना भविष्य सुधारा बल्कि आज वह अपने जैसे कई नौजवानों के सपने साकार करने में मदद कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की रहनेवाली तपस्या परिहार ने UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग जॉइन किया, लेकिन जब पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया और ऑल इंडिया में 23वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफ़सर बनीं।
क्षमा, योगेश, माधवी और लोकेश मिश्रा एक ही परिवार के चार भाई बहन हैं, जिन्होंने UPSC CSE पास किया है और आज सिविल सेवा से जुड़े हैं। अपनी इस सफलता से उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने परिवार और लालगंज गांव को गौरवान्वित किया है।
महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के IAS ऑफिसर डॉ. राजेंद्र भारूड़ ने कोरोना की दूसरी लहर के बीच पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई, बेड, एक नियोजित टीकाकरण अभियान और व्यवस्थित तैयारी के साथ, जिले को बचाये रखने में कामयाबी हासिल की है।
IAS डॉ. लक्ष्मी प्रिया एम एस के निर्देशन में असम के बोंगाईगांव जिले में, पर्यावरण के अनुकूल कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है, जैसे- सौर स्ट्रीट लाइट लगाना, कचरे का प्रबंधन आदि। इसके साथ ही, उन्होंने 8000 बेकार प्लास्टिक की बोतलों से, एक सार्वजनिक शौचालय का निर्माण भी कराया है।
चेन्नई के कोट्टूरपुरम में तीन हजार वर्ग फुट की एक जमीन पर सीमेंट के मलबे और कचरे का अंबार लगा था। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के क्षेत्रीय उपायुक्त (दक्षिण क्षेत्र) IAS डॉ. एल्बी जॉन वर्गीज ने यहाँ Miyawaki Method से जंगल उगाने का फैसला किया।
IAS अधिकारी सरयू मोहनचंद्रन मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं। वह फिलहाल, तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में तैनात हैं। कुछ महीने पहले, उन्होंने अपने फेसबुक पर अपनी माँ, खादिजा के लिए एक काफी भावनात्मक पोस्ट साझा किया।
मध्य प्रदेश के इंदौर की एक आईएएस अधिकारी ने परियोजनाओं के लिए अर्जित कार्बन क्रेडिट को बेचने के बाद, इससे 50 लाख रुपए का राजस्व हासिल कर, ग्रीन प्रोजेक्ट को मोनेटाइज करने का तरीका खोज लिया है।
आईएएस बैच, 2015 की आईएएस ऑफिसर दिव्या कहती हैं, ‘सिविल सर्विस की परीक्षा में सफल होने के लिए आपके अंदर एक आग होनी चाहिए। आपको खुद वह कारण ढूंढना होगा कि आप यह परीक्षा क्यों पास करना चाहते हैं। आपका वही कारण कठिन समय में आपके काम आएगा।’