कच्छ का भुज शहर, अपनी रेतीली मिट्टी और कम वर्षा के लिए जाना जाता है, लेकिन भुज के गोर परिवार ने एक ऐसा हरा-भरा आशियाना बनाया है, जो पूरी तरह से इको फ्रेंडली है और आत्मनिर्भर है।
चलिए आपको मिलाते हैं, अमर्त्य सिन्हा और उनकी पत्नी नूतन सिन्हा से, आज से तीन साल पहले वे 500 मीटर भी ठीक से दौड़ नहीं पाते थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिटनेस को अपने जीवन का उदेश्य बना लिया, आज वे 50 किमी की दौड़ पूरी करने वाले अल्ट्रा रनर बन चुके हैं और अपने साथ कई और लोगों को भी प्रेरित कर रहें हैं।
क्या आप जानते हैं, हमारे रोजमर्रा की जरूरी चीजों को बनाने में पाम ऑयल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। पाम ऑयल से जुड़ी कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखकर आप पर्यावरण संरक्षण में मदद कर सकते हैं।
देश की कई जानी-मानी इमारतें डिज़ाइन कर चुके मुंबई के 'IMK आर्किटेक्ट्स फर्म' ने हाल ही में पुणे में एक अस्पताल बनाया है, जिसे लंदन, Surface Design Awards की ओर से सर्वश्रेष्ठ डिज़ाइन का अवॉर्ड मिला है।
राजस्थान के एटॉमिक पावर स्टेशन में एक ठेकेदार के तौर पर काम करनेवाले, एस शिवगणेश ने 2010 में नौकरी छोड़कर किसानी करने की ठानी। अब वह एक सफल किसान हैं। खेती में Intercropping से उन्हें सालाना 16 लाख रुपये की कमाई हो रही है।
बेंगलुरु के बेंजामिन और आइवी ने IT की नौकरी छोड़ एक मज़ेदार स्टार्टअप शुरू किया है, जिसमें उनका काम है सिर्फ घूमना और फ़िल्में देखना। ये दोनों फेसबुक, नेटफ्लिक्स, वायकॉम 18, कलर्स, एक्सेल एंटरटेनमेंट जैसी कंपनी की फिल्मों, विज्ञापनों और वेब सीरीज़ के लिए लोकेशन तलाशते हैं।
हरियाणा के डॉ. शिव दर्शन मलिक ने गाय के गोबर से एक वैदिक घर बनाया है। गाय के गोबर से बनी ईंटों और वैदिक प्लास्टर (vedic plaster) के इस्तेमाल से बना यह घर, गर्मियों में ठंडा तो रहता ही है, साथ ही इस घर के अंदर की हवा भी शुद्ध रहती है।