एक बड़ी टीवी कंपनी में उन्हें जॉब भी मिली। पर जब उन्हें उनका काम समझाया गया तो वह दंग रह गयीं। काजल को असेंबली लाइन में खड़े होने का काम दिया जा रहा था, जहाँ 12वीं पास लोग भी काम कर रहे थे।
राहुल को पैसों की तंगी की वजह से 11वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी और वह एक इलेक्ट्रीशियन के साथ काम करने लगे। उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि वह इतना आगे आ पाएंगे।
"मैंने अपने कानों से लोगों को मुझे 'भिखारी' कहते हुए सुना है। कोई कहता कि देखते हैं कितने दिन तक यह मुहिम चलती है। भला एक रुपये में ऐसी क्या दुनिया बदल देगी।"