इस गाँव की महिलाएं जो भी उत्पाद बनाती हैं उन्हें 'पहाड़ी हाट' ब्रांड नाम से बाज़ार में उतारा गया है और आज यह उत्पाद न सिर्फ भारत बल्कि जर्मनी, जकार्ता जैसी जगहों पर भी अपनी पहचान बना चुके हैं!
जब पहली बार 'आवारा' फिल्म रूस में रिलीज़ हुई तो इस फिल्म के करीब 640 लाख टिकिट बिके और सोवियत रूस में सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली यह तीसरी विदेशी फिल्म बनी।