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एक चम्मच इतिहास 'आलू' का!

खाद्य इतिहासकार रेबेका अर्ल कहती हैं, "आलू दुनिया भर में होता है और सभी लोग इसे अपना समझते हैं।" वह इसे दुनिया का 'सबसे सफल प्रवासी' मानती हैं। आलू की कहानी किसी एक देश या भौगोलिक क्षेत्र की नहीं है। इसकी कहानी बताती है कि पिछली कुछ पीढ़ियों में इंसान ने ज़मीन और खाने के साथ अपना रिश्ता कैसे बदला है।

जानिये कैसे, मेरठ की बेटी, बिना तकनीकी शिक्षा के, बनीं अमेरिका में CEO

By पूजा दास

मेरठ में जन्मीं, अर्जिता सेठी ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में, अपने पति अंशुल धवन के साथ मिलकर, एक EdTech स्टार्टअप ‘Equally’ की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत शिक्षा के लिए ‘ऑगमेंटेड रियलिटी’ (AR) का उपयोग किया जाता है।

मिठाइयां यूपी की, स्वाद तमिलनाडु का, खुश्बू पहुंची विदेशों तक

By पूजा दास

तमिलनाडु के तंजावुर में साल 1949 में बनी ‘बॉम्बे स्वीट्स’ नामक दुकान में, रोजाना लगभग चार हजार ग्राहक आते हैं। यहां 200 प्रकार की मिठाइयां और सात तरह के स्वादिष्ट स्नैक्स मिलते हैं।

अमेरिका की नौकरी छोड़, किडनी मरीजों को आधे दाम पर डायलिसिस सुविधा दे रहे हैं शशांक

By निशा डागर

मुंबई के शशांक मोधिया ने साल 2019 में अपने स्टार्टअप 'द रीनल प्रोजेक्ट' की शुरुआत की और इसके तहत वह टियर II और टियर III शहरों में रहने वाले 150 किडनी मरीजों को नियमित रूप से किफायती डायलिसिस की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।

US की नौकरी छोड़ शुरू की बिना मिट्टी की खेती, हर महीने उगाते हैं 4 टन सब्ज़ियां

By निशा डागर

तमिलनाडु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर जेगन विंसेंट, अपने 'फ्रेशरी फार्म्स' में 'एक्वापोनिक्स' तकनीक से खेती कर रहे हैं। जिससे उन्हें सालाना 45 टन मछलियों और हर महीने 4 टन सब्ज़ियों का उत्पादन मिलता है।

जानिए न्यूयॉर्क में रहते हुए इस भारतीय ने कैसे जीती कोरोना से जंग!

By पूजा दास

30 वर्षीय कौशिक विश्वनाथ न्यूयॉर्क शहर में काम करते हैं। उन्हें पता चला कि वह कोविड-19 से संक्रमित हैं। लेकिन कोविड-19 के साथ जंग में वह जीते और इस बीमारी से पूरी तरह उबरने के बाद द बेटर इंडिया के साथ अपने अनुभव साझा किए।

मुंबई स्लम्स के कमरे से अमेरिका के विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक बनने तक का सफर!

By भरत

स्थानीय स्कूल कई बार जय का रिजल्ट रोक लेते थे क्योंकि उनकी माँ के पास भरने के लिए फीस नहीं होती थी। जय के घर में इतनी गरीबी थी कि कई बार रात को महज़ चाय पीकर और बिस्किट खाकर सोना पड़ता था।