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कहानी गोल्ड की: कहीं देश के इन अनमोल रत्नों को भुला न दे इतिहास

By निशा डागर

ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतना कोई आसान काम नहीं है। बरसों की मेहनत, कड़ी तैयारी, अनुशासन और पीड़ा, इन सभी से जूझते हुए एक खिलाड़ी, कई बार गोल्ड तक पहुँचते-पहुँचते रह जाता है। पर क्या ये उसकी हार है?

Tokyo Paralympics: 10 भारतीय खिलाड़ी, जिन्होंने अपनी कमजोरी को बनाई ताकत

पलक कोहली, सकीना खातून, ज्योति बलिया, अरुणा तंवर, प्रमोद भगत, अवनी लेखरा, पारुल परमार, रूबिना फ्रांसिस, कशिश लाकर और मनीष नरवाल! ये कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने जिंदगी के हर मोड़ पर संघर्ष किया है। लेकिन, न तो इन्होंने हार मानी और न ही अपने मनोबल को टूटने दिया। जानते हैं, पैरालंपिक तक पहुंचने के उनके सफर को।

Mariyappan Thangavelu: 5 साल की उम्र में कुचला गया घुटना, देश के लिए जीते कई पदक

By अर्चना दूबे

मरियप्पन थंगावेलु, वह पैराएथलीट जिन्होंने साल 2016 पैरालंपिक खेलों के दूसरे ही दिन 12 सालों में भारत का पहला स्वर्ण पदक जीता।

कहानी उस पैराएथलीट की, जिसे जब लगे 183 टांके, तब पति लड़ रहा था कारगिल की जंग

By अर्चना दूबे

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन के बाद, अब पैरालंपिक के लिए भारतीय खिलाड़ियों ने कमर कस कल ली है। देश में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने पैरालंपिक खेलों में अपनी अलग ही छाप छोड़ी। ऐसी ही एक खिलाड़ी हैं दीपा मलिक।

क्या देश ने भुला दिया जैवलिन थ्रो में दो गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझड़िया को?

By अर्चना दूबे

भारत में एक ऐसा खिलाड़ी भी है, जिसका रिकॉर्ड अब तक नहीं तोड़ा जा सका है। वह खिलाड़ी हैं, जैवलिन (भाला) थ्रोअर देवेंद्र झाझड़िया।

Video: कश्मीर के सैकड़ों मूक-बधिर खिलाड़ियों की आवाज़ हैं 17 साल की अर्वा इम्तियाज़

By अर्चना दूबे

श्रीनगर की रहनेवाली 17 वर्षीया अर्वा इम्तियाज, आज जम्मू-कश्मीर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के साथ रजिस्टर्ड 250 मूक-बधिर खिलाड़ियों की आवाज़ हैं। Sign Language में बात करने वाली अर्वा इन खिलाड़ियों के ग्रुप के साथ हर स्पोर्ट्स इवेंट के लिए ट्रेवेल करती हैं।

अदिति अशोक: 5 साल की उम्र में न करती गोल्फर बनने की ज़िद, तो देश के लिए न ला पातीं मेडल

By अर्चना दूबे

साल 2016 में हुए रियो ओलंपिक में, भारत की स्टार महिला गोल्फर अदिति अशोक सबसे कम उम्र की खिलाड़ी थीं। आज, टोक्यो ओलंपिक में, गोल्फ खिलाड़ी के तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं, 22 वर्षीया यह खिलाड़ी दूसरे स्थान पर हैं। अब देश को उनसे काफी उम्मीदें हैं।

इस गांव ने दिए सबसे अधिक हॉकी प्लेयर्स, जिन्होंने देश के लिए जीता ओलिंपिक मेडल

By अर्चना दूबे

मिठ्ठापुर की सुरजीत हॉकी एकेडमी के आठ खिलाड़ी इस साल टोक्यो ओलंपिक 2021, में खेल रहे हैं, जिनमें से तीन खिलाड़ी तो मीठ्ठापुर के ही रहने वाले हैं। पढ़ें, कौन हैं वे खिलाड़ी

Tokyo Olympics: कहानी जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा की, जिन पर टिकी हैं देशवासियों की निगाहें

By अर्चना दूबे

नीरज चोपड़ा का वर्तमान रिकार्ड थ्रो 88.07 मीटर है। अगर वह इसी रिकॉर्ड पर भी कायम रहें, तो टोक्यो ओलंपिक से भारत के कब्जे में एक और पदक तो आ ही सकता है। नीरज जितने कमाल के खिलाड़ी हैं और जितनी सफलताएं उन्हें मिली हैं, उनके जीवन में उतना ही संघर्ष भी रहा है।

म्हारी छोरियां कम हैं के? लवलीना ने जीता पदक, कभी बेटा ना होने पर माता-पिता सुनते थे ताने

By अर्चना दूबे

लवलीना, टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने 69 किलोग्राम महिला वेल्टरवेट मुक्केबाजी के क्वार्टर फाइनल में चाइनीज़ ताइपे की निएन-चिन चेन को हराय़ा।