बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए अचिंता शेउली ने वेटलिफ्टिंग का तीसरा गोल्ड जीता है। उन्होंने 73 किलो वर्ग में नए रिकॉर्ड के साथ बाजी मारकर खेल के तीसरे दिन का समापन किया।
आज ‘मीर सुल्तान खान’ के नाम पर शायद धूल की परत जम गई है, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि अपने समय में शतरंज की बिसात पर उन्होंने अच्छे-अच्छों को मात दी है।
कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में बनारस की पूर्णिमा पांडेय ने देश के लिए गोल्ड मेडल जीत लिया है। इससे पहले जेरेमी लालरिनुंगा ने पुरुष वर्ग की वेटलिफ्टिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए गोल्ड जीता था।
न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में Shreyas Iyer ने शतकीय पारी खेलकर, करियर का बेहतरीन आगाज किया है। इसके साथ ही, वह डेब्यू टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले भारत के 16वें बल्लेबाज बन गए हैं।
झूलन गोस्वामी ने अपने 19 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 600 से अधिक विकेट लिए हैं। यह कारनामा करने वाली, वह दुनिया की पहली महिला गेंदबाज हैं। जानिए उनके ‘बॉल गर्ल’ से यहां तक पहुंचने की कहानी!
बिहार के इस पारंपरिक भोजपुरिया गांव में सामूहिक प्रयास से संचालित हो रही लड़कियों की स्पोर्ट्स एकेडमी। बिहार की टीम में चुनी जा रहीं लड़कियां और हर आंख में पल रहे हैं, नेशनल टीम के लिए खेलने के सपने।
देश के लिए जीत और पदक हासिल करने वाले खिलाड़ी बहुत मेहनत करते हैं और देश उन्हें सिर-आंखों पर भी बैठाता है। लेकिन उनकी इस सफलता के पीछे हाथ होता है उनके गुरु, उनके कोच का। पढ़ें ऐसे ही एक कोच की कहानी, जिसने तैयार किए दुनिया के टॉप पैरा बैडमिंटन प्लेयर्स।
टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक से भारत के लिए लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं। हाई जंप में निषाद कुमार और टेबल टेनिस में भाविना पटेल के सिल्वर मेडल जीतने के बाद, अब निशानेबाजी में अवनि लेखरा ने गोल्ड मेडल जीत लिया है। जानिए उनके संघर्षों भरे सफर के बारे में।