Powered by

Latest Stories

Homeकेरल

केरल

लॉकडाउन में सुबह-शाम किया बगीचे में काम, कटहल, आम, केला सहित लगा दिए 300+ पेड़-पौधे

By निशा डागर

केरल के त्रिशूर में रहने वाले 60 वर्षीय केवी बाबूराज पेशे से फोटोग्राफर हैं और पिछले 12 सालों से अपने घर में बागवानी भी कर रहे हैं।

जब बर्तन भी हो स्वादिष्ट! गेहूं से बने हैं ये प्लेट, कटोरी और चम्मच

By निशा डागर

केरल के एर्नाकुलम में रहने वाले विनय कुमार बालाकृष्णन ने सीएसआईआर- नैशनल इंस्टिट्यूट फॉर इंटरडिसिप्लिनरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी (NIIST) के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर गेहूं के चोकर से बायोडिग्रेडेबल सिंगल यूज क्रॉकरी बनाई है।

टीचर ने किया लॉकडाउन का सही इस्तेमाल, 6 महीने में पांच टन तरबूज उगाकर कमाए 2 लाख रुपये

By प्रीति टौंक

केरल के कासरगोड जिले में रहने वाली सीमा रथीश ने, COVID-19 लॉकडाउन के दौरान मिले खाली समय में, तरबूज की जैविक खेती की और लाखों रुपये कमाए।

Carnivorous Plants बेचने को बनाया पार्ट टाइम बिज़नेस, हर माह कमा लेते हैं 25 हज़ार रुपये

By निशा डागर

केरल के एर्नाकुलम में रहने वाले 28 वर्षीय निर्मल कुमार, पेशे से इंटीरियर डिज़ाइनर हैं और साथ ही, कैक्टस, आर्किड और कीड़े खाने वाले पौधों की गार्डनिंग भी करते हैं।

मच्छरों को मारने के लिए किया आविष्कार, खुली जगह पर भी है कामयाब

By निशा डागर

कोट्टायम, केरल के रहने वाले मैथ्यूस के. मैथ्यू ने एक खास यंत्र का आविष्कार किया है, जो सूरज की रोशनी की मदद से मच्छरों को खत्म कर सकता है।

नॉनस्टिक के टक्कर में खड़ा किया पारंपरिक बर्तनों का बिज़नेस, तीन गुना हो रहा है मुनाफा

By प्रीति महावर

कोचीन, केरल की काविया चेरियन ने अगस्त 2020 में ‘Green Heirloom’ नामक Cookware Business की शुरुआत की थी।

न मिट्टी, न भारी गमले, जानिए कैसे इस Potting Mix से छत पर उगाते हैं 30 से ज़्यादा सब्जियां

By प्रीति टौंक

जॉन शेरी, केरल के कृषि फार्म इनोवेशन ब्यूरो में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं। चलिए उनसे जानें कि घर पर बिना मिट्टी के potting mix बनाकर, टमाटर, लोबिया, भिंडी, करेला, लौकी, मिर्च, बैंगन आदि कैसे उगा सकते हैं।

घर की डेढ़ एकड़ बंजर ज़मीन पर उगाया जंगल, 30 वर्षों में लगाए 1000+ पेड़-पौधे

By निशा डागर

केरल के ऐलप्पी (Alleppey) में मुहम्मा के रहने वाले 75 वर्षीय केवी दयाल ने अपने घर के चारों ओर एक घना जंगल खड़ा कर दिया है।

छत पर खेती कर रु 20, 000/माह कमाती हैं यह 12वीं पास महिला, मिले 42 सम्मान

By निशा डागर

केरल में एर्नाकुलम जिले के एक गाँव की रहने वाली 46 वर्षीया सुलफत मोइद्दीन अपने घर की छत पर अलग-अलग तरीकों से जैविक खेती कर रही हैं और इस उपज से वह प्रतिमाह 20 हजार रुपए तक की कमाई कर लेती हैं।

प्रेरक लाइब्रेरियन: रोज़ 4 किमी पैदल चलकर, गृहिणियों और बुजुर्गों तक पहुंचाती हैं किताबें

By निशा डागर

केरल के वायनाड जिले में रहने वाली 64 वर्षीया राधामणि, ‘प्रतिभा पब्लिक लाइब्रेरी’ नामक एक स्थानीय लाइब्रेरी में काम करती हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनका काम लाइब्रेरी में बैठकर लोगों को किताबें देना नहीं है बल्कि वह हर रोज लगभग चार किमी पैदल चलते हुए, घर-घर जाकर लोगों को किताबें देकर आती हैं।