त्रिशूर, केरल की फ़्रेंसी जोशीमोन ने Minnus Fresh Foods नामक फ़ूड स्टार्टअप शुरू किया हैं, जहाँ वह कटहल से बनाए ऐसे कई उत्पाद बेच रही हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ, डायबिटीज के मरीज़ों के लिए काफी फायदेमंद भी हैं।
केरल के रहने वाले दो MBA ग्रैजुएट्स, हाफिज रहमान और अक्षय रवीन्द्रन ने मिलकर अचार बनाने का व्यवसाय Athey Nallatha लॉन्च किया है, जिसके जरिए वे माँ के हाथ से बने अचार को ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं और 34 गृहणियों को रोजगार दे रहे हैं।
केरल के तिरुवनंतपुरम में रहने वाली प्रिया रविकृष्णनन, अपने बिज़नेस 'स्वस्ति' के जरिए 18 सामग्रियों से तैयार 'मल्टीग्रेन हेल्दी मिक्स पाउडर' बेचती हैं, जिससे उन्हें लाखों की कमाई हो रही है।
केरल के कोल्लम जिले में कोट्टाराकरा के रहने वाले 41 वर्षीय डॉ. हरि मुरलीधरन, पिछले 10 सालों से अपने खेत में लगभग 800 विदेशी प्रजातियों के फलों के पेड़-पौधे उगा रहे हैं। जिनमें सॉनकोय, अलामा, यूगु, बिगनेय आदि शामिल हैं।
त्रिशूर, केरल के एक दंपति, हरीकृष्णन जे और लक्ष्मी कृष्णा ने साल 2019 में, अपनी नौकरी छोड़ कर देश-दुनिया की यात्रा करने का फैसला किया और अपना यूट्यूब चैनल 'टिनपिन स्टोरीज' शुरू किया। फिलहाल, वे अपनी कार से ही देश के सात राज्यों की यात्रा कर चुके हैं।
मलप्पुरम, केरल के रहने वाले किसान शलजी करूतेडत और उनकी पत्नी सिंधु, अपनी 10 एकड़ जमीन पर खसखस की जैविक खेती कर रहे हैं और अपने ब्रांड नाम ‘कल्याण हर्बल्स एंड फ़ूड प्रोडक्ट्स’ के तहत, शरबत, पाउडर और तेल जैसे उत्पाद बनाकर ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं।
केरल के वायनाड में रहने वाले सफल किसान, सी. वी. वर्गीज आपको बताएँगे, वर्टीकल मेश विधि में सूखी पत्तियों की मदद से, कम जगह में भी सब्जियां उगाना कितना आसान है।
तिरुवनंतपुरम, केरल की रहने वाली श्रीविद्या एम.आर. ने अपनी बेटी के बालों से डैंड्रफ हटाने के लिए एक पारंपरिक विधि से तेल बनाया था। आज इसी तेल को वह 'नंदीकेशम' ब्रांड नाम से बेचकर लाखों का बिज़नेस कर रहीं हैं।