Powered by

Latest Stories

Homeअनमोल इंडियंस

अनमोल इंडियंस

Inspiring Indians Stories To Motivate From India. \ भारत के उन प्रेरक नायक नायिकाओं की कहानियां, जो अपने काम से भारत को बेहतर से बेहतरीन बनाने में जुटे हैं!

20 सालों से अप्रवासियों के मृत शरीर को देश वापस लाने का नेक काम करते हैं अशरफ!

अभिनेत्री श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को देश वापस लाने के लिए एयरलाइंस की फीस में छूट दिलाने में मदद करने से लेकर अशरफ पिछले 20 सालों में ऐसे कई नेक काम कर चुके हैं, जिसके लिए उन्हें कई अवार्ड और यहां तक की मानद डॉक्टरेट की उपाधि भी मिली है।

'झाबुआ का गाँधी': जल, जंगल, ज़मीन के लिए शुरू किया जन-अभियान, 600 से ज्यादा गांवों की बदली तस्वीर!

By निशा डागर

साल 2007 में महेश शर्मा ने शिवगंगा संगठन की नींव रखी थी, जिसका उद्देश्य है, 'विकास का जतन!' जल और जंगल के संरक्षण के साथ-साथ यह संगठन यहाँ युवाओं को उद्यमिता का कौशल भी सिखा रहा है!

गीले से लेकर सूखे कचरे के सही प्रबंधन तक, इस व्यक्ति का रहन-सहन है 'कचरा-फ्री'!

By निशा डागर

साल 1998 में कौस्तुभ ताम्हनकर ने 'गार्बेज फ्री लाइफस्टाइल' पर काम करना शुरू किया था। आज उनके यहाँ से किसी भी तरह का कोई कचरा डंपयार्ड या फिर लैंडफिल में नहीं जाता!

आमदनी बहुत नहीं, पर लावारिस बेज़ुबानों को 20 वर्षों से खाना खिलाते हैं सुजीत

बेजुबानों की भावना हम नहीं समझेंगे तो फिर कौन सुनेगा। हमने उन्हें प्रकृति के विपरित मनुष्य पर निर्भर बना दिया है। आवारा जैसा नाम दे दिए हैं, जो कि बहुत ही गलत भाव है।

मिलिए 'सूखे बोरवेल के डॉक्टर' अयप्पा मसगी से, 50 लाख लोगों को मिली है मदद!

By निशा डागर

"मैं बचपन में 3 किमी दूर से माँ के साथ जाकर पानी लाता था और यही सोचता था कि कैसे यह परेशानी खत्म होगी। फिर मेरी माँ चक्की पिसती तो गाती थी कि उनका बेटा सब ठीक कर देगा। बस वहीं से मेरे मन में यह बात रच-बस गई कि मुझे पानी के लिए काम करना है।"

गाँव के लोगों ने श्रमदान से बनाए तालाब, 6 गांवों में खत्म हुई पानी की किल्लत!

By निशा डागर

इन गांवों में हर परिवार के पास अब अपना तालाब है और अब उन्हें न तो घरेलू इस्तेमाल के लिए और न ही सिंचाई के लिए परेशान होना पड़ता है!

घर को बनाया प्रकृति और पर्यावरण के अनुकूल ताकि पक्षी बना सके अपना बसेरा!

By निशा डागर

अपने घर में प्राकृतिक रूप से बगीचा तैयार करने के बाद अब रमेश वर्मा अपने गाँव में खाली पड़ी ज़मीनों को हर्बल पार्क में तब्दील करने में जुटे हैं।

जिंदगी जोखिम में डालकर लड़कियों को मानव तस्करी से बचा रही है पिता-बेटी की जोड़ी!

By निशा डागर

पिछले 35-वर्षों में शुभश्री और उनके पिता, निहार के एनजीओ ने नाबालिगों सहित 2,500 लड़कियों को सफलतापूर्वक बचाया और उन्हें पुनर्वासित किया है!

कोरोना लॉकडाउन: योग मास्टर बताएंगे घर में रहकर चंद मिनटों में कैसे करें योग!

By निशा डागर

इस लेख में हम आपको ऐसे योगासनों के बारे में बताएंगे जो आप 5 से 15 मिनट में कर सकते हैं!