सस्टेनेबल पाम ऑयल पर गोलमेज - आरएसपीओ ने द बेटर इंडिया के साथ, #KnowYourPalm पहल शुरू की है, जो व्यवसायों, उपभोक्ताओं और अन्य हितधारकों को प्रमाणित सस्टेनेबल पाम ऑयल (सीएसपीओ) का उपयोग करने वाले उत्पादों की ओर स्थानांतरित करने के लिए एक सचेत निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करती है। क्या आपका ब्रांड उनमें से है?
बनारस के सत्यप्रकाश मालवीय सिर्फ 25 साल के हैं. उन्होंने बचपन में ही अपनी आँखों की रौशनी खो दी थी, लेकिन जज़्बा ऐसा कि आज अपने साथ-साथ 10 और महिलाओं व दिव्यांगजनों को रोजगार देने में सक्षम हैं।
दिल्ली की अच्छी-खासी नौकरी छोड़ मनदीप वर्मा ने ऑर्गेनिक फलों की खेती शुरु की है। 'स्वास्तिक फार्म' नाम के फलों के इस बगीचे में मनदीप कीवी और सेब उगाते हैं और ये ताजे फल पूरे देश में बेचे जा रहे हैं।
पेशे से सिंगर जामनगर की 37 वर्षीया दुलारी आचार्या ने एक साल पहले मात्र 25 हजार रुपयों के साथ एक फ्रैंकी स्टॉल शुरू किया था और आज वह हर महीने इससे 30 हजार का मुनाफा कमा रही हैं।
कोटा के अमनप्रीत सिंह ने 6 साल में ही अपने गऊ ऑर्गनिक डेयरी स्टार्टअप को 7 करोड़ सालाना टर्न ओवर के पार पंहुचा दिया। उन्होंने यह कारनामा किया दूध, बिलोना घी, वर्मी कम्पोस्ट, केंचुआ एवं गोबर खाद को बेचकर।
मुंबई की हेमांगी और प्रशांत नकवे ने अपने बिज़नेस 'हेमा की वेज रसोई' के जरिए, दो सालों में ही 10 हजार लोगों तक स्वादिष्ट और हेल्दी महाराष्ट्रीयन डिश नए ट्विस्ट के साथ पहुंचाया है।
गुजरात के आनंद सदाव्रती और उनकी पत्नी अवनी बेन राजकोट में एक चलता-फिरता ऑफिस चलाते हैं। इस ऑफिस में प्रिंटर और ज़ेरॉक्स मशीन जैसी कई सुविधाएं हैं, जो सोलर एनर्जी से चल रही हैं।
78 वर्षीया राधा डागा, ‘त्रिगुणी ईज़ ईट्स’ नाम से पैकेज्ड फ़ूड कंपनी चलाती हैं। तक़रीबन 10 साल पहले रिटायरमेंट की उम्र में उन्होंने अपने खाना बनाने के शौक के कारण इस बिज़नेस की शुरुआत की थी।