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Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Gujarat, India. भारत के गुजरात से जुड़ीं पॉजिटिव, सकारात्मक कहानियां, अच्छी ख़बरें, आविष्कार से सम्बंधित ख़बरें, अनजाने नायक जो एक बेहतर कल के लिए प्रयासरत हैं. गुजरात की महिलाओं की कहानियां, जिन्होंने बदलाव की नींव रखी। गुजरात के किसानों को प्रेरित करने वाली प्रगतिशील किसानों की ख़बरें। शून्य से शुरू करके शिखर तक पहुँचने वाले लोगों की कहानियां। छोटे व्यवसाय से अपनी किस्मत बदलने वाले लोगों की प्रेरक कथाएं। \ Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Gujarat, India.

एक हफ्ते के गार्डनिंग कोर्स ने बदली ज़िन्दगी, अब बाज़ार से नहीं आती एक भी केमिकल वाली सब्ज़ी

By प्रीति टौंक

सूरत की जागृति पटेल ने तीन साल पहले जब अपना घर बनवाया, तो उन्हें छत पर सब्जियां उगाने का ख्याल आया। उन्होंने टेरेस गार्डनिंग का कोर्स किया और शुरू हो गईं। आज वह तक़रीबन सभी सब्जियां घर पर ही उगा लेती हैं।

पिता के आखरी वक़्त में साथ न होने के अफ़सोस में, आठ सालों से कर रहीं बेसहारों की देखभाल

By प्रीति टौंक

पिता को खोने के बाद, जल्पा ने सड़क के किनारे रह रहे बेसहारा लोगों की मदद करने की सोची। वह पिछले आठ सालों से जरूरतमंदों के लिए खाना, कपड़े और दवाइयों का इंतजाम कर रही हैं। पढ़ें एक बेटी के अपने पिता के प्रति समर्पण की कहानी!

राजकोट के इस युवक ने देसी खटिया को बनाया डिज़ाइनर, मिलने लगे विदेशों से भी ऑर्डर्स

By प्रीति टौंक

परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने से पढ़ाई छूट गई, गांव में बाढ़ आई तो घर छूट गया फिर भी राजकोट के मुस्तफ़ा लोटा ने हार नहीं मानी। आज वह अपने हुनर की बदौलत अपनी बनाई खटिया अमेरिका और लंदन तक भेज रहे हैं।

88 की उम्र में 18 की फिटनेस! रोज़ 4 घंटे की गार्डनिंग है इसका राज़

By प्रीति टौंक

88 वर्षीय पद्माकर फरसोले, 30 सालों से बागवानी कर रहे हैं। वह घर पर ही कम्पोस्ट बनाकर जैविक फल-सब्जियां उगाते हैं और इसे ही वह अपने अच्छे स्वास्थ्य का कारण भी मानते हैं।

गुजरात के सुरतान भाई बनाते हैं मिट्टी के बर्तन, वह भी नॉनस्टिक कोटिंग के साथ

By प्रीति टौंक

स्टील, एल्युमीनियम सहित कई नए और मॉर्डन बर्तनों के बाजार में आने से मिट्टी के बर्तनों की चमक फीकी पड़ गई है। ऐसे में गुजरात के सुरतान भाई के बनाए हुए मिट्टी के नॉनस्टिक बर्तन देते हैं, पारंपरिक बर्तनों में बने खाने का स्वाद।

अतिथि देवो भवः! देश की संस्कृति व अपनी सोच के साथ, अब 10 देशों में व्यापार कर रहा यह किसान

गुजरात के पुरषोत्तम सिद्धपारा, आर्गेनिक खेती पर भरोसा कर और फसल बेचने के लिए मार्केटिंग की अनोखी रणनीति अपनाकर, आज अपने प्रोडक्ट्स दस देशों को एक्सपोर्ट कर रहे हैं।

हर दिन 25 किलो आटे की रोटियां बनाकर, भरते हैं 300 से ज़्यादा बेसहारा कुत्तों का पेट

By प्रीति टौंक

कच्छ के जशराज चारण, पिछले 25 सालों से सड़क पर फिरते कुत्तों और दूसरे जानवरों का पेट भरते आ रहे हैं। उनके घर पर हर रोज़ तक़रीबन 25 किलो आटे का इस्तेमाल करके, इन जानवरों के लिए खाना तैयार किया जाता है। उनका पूरा परिवार इस काम में उनका साथ देता है।

गौमूत्र, दूध, हल्दी जैसी चीज़ों से बनाया खेती को सफल, विदेशों से भी सीखने आते हैं किसान

By प्रीति टौंक

गुजरात के किसान अश्विन नारिया, पिछले 20 सालों से जैविक खेती में पंच संस्कारों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसमें उन्होंने गौमूत्र, गाय का दूध, हल्दी जैसी प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके कम खर्च में बेहरतीन मुनाफ़ा कमाया है।

लाखों लीटर बारिश का पानी बोरवेल में जमा कर, अपने साथ-साथ पड़ोसियों को भी पानी मुहैया करा रहे हैं हेमंत

By प्रीति टौंक

गुजरात के हेमंत त्रिवेदी एक सच्चे पर्यावरण प्रेमी हैं। वह घर की बोरवेल में बारिश का तकरीबन तीन लाख लीटर पानी जमा करते हैं और सालभर उपयोग करते हैं। साथ ही, मानसून के दौरान अपने आस-पास जितना हो सके पौधे लगाते हैं।

छोटे से जुगाड़ से शुरू किया बड़ा बिज़नेस, अमेरिका तक पहुंचा रहे झटपट चिप्स बनाने की मशीन

By प्रीति टौंक

राजकोट के जगदीश बरवाडिया ने घर पर ही एक ऐसी manual wafer making machine तैयार की है, जो आलू के चिप्स और सलाद कटिंग करने का काम आसान बना देती है।