Powered by

Latest Stories

Homeखेती

खेती

इस इंजीनियर ने बनाई कम लागत वाली मशीन, जो बंजर ज़मीन को घंटों में बनाती है खेती के योग्य

तेलंगाना के इंजीनियर दीपक रेड्डी ने एक ऐसी मल्टी हार्वेस्टिंग मशीन बनाई है, जो बंजर जमीन से पत्थरों और चट्टानों को खोदकर उन्हें बाहर निकाल फेंकती है। यह आलू, प्याज और अन्य जड़ों वाली सब्जियों की भी खुदाई कर सकती है।

उत्तराखंड: अलग-अलग काम किए पर नहीं मिली सफलता, अब जैविक खेती से कमाते हैं लाखों

By निशा डागर

टिहरी गढ़वाल के मैड तल्ला गांव में रहने वाले सुंदर लाल चमोली और उनकी पत्नी बिगुला चमोली पिछले 20 सालों से भी ज्यादा समय से पहाड़ों में जैविक तरीकों से खेती कर रहे हैं।

भारत को कृषि प्रधान देश बनाने में निभाई अहम भूमिका, क्या आप जानते हैं कौन थे चिदंबरम?

By अर्चना दूबे

चिदंबरम की कृषि विकास नीति की सफलता के बाद, आधुनिक तकनीकी और पद्धति के कारण 1972 में गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार हुई, जिसे हरित क्रांति कहा गया।

71 साल के किसान का इनोवेशन, बनाई खरपतवार हटाने वाली डिवाइस, सिर्फ 400 रुपये है कीमत

सतारा (महाराष्ट्र) के किसान, अशोक जाधव ने खरपतवार हटाने के लिए एक ऐसा किफायती डिवाइस बनाया है, जिसे चलाने के लिए न तो किसी तरह के ईंधन की जरुरत है और न ही ज्यादा रखरखाव की।

पराली को बनाया किसानों की आमदनी का जरिया, जीता 1.2 मिलियन पाउंड का अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार

दिल्ली के रहने वाले विद्युत मोहन को हाल ही में प्रिंस विलियम का ‘अर्थ शॉट’ पुरस्कार मिला है इसे इको ऑस्कर के रूप में भी जाना जाता है।

पिता की मृत्यु के बाद संभाली उनकी खेती, एक कमरे में मशरूम उगाकर बच्चों को पढ़ने भेजा शहर

By प्रीति टौंक

सामान्य सब्जियों के अलावा घर के एक कमरे में रहकर गुजरात की पुष्पा पटेल और पीनल पटेल मशरूम की खेती कर रही हैं। वे इससे खाखरा और आटा जैसे कई प्रोडक्ट्स तैयार करके बढ़िया मुनाफा भी कमा रही हैं।

सूरत के यह किसान बिना किसी मार्केटिंग के बेचते हैं अपना आर्गेनिक गुड़ अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया तक

By प्रीति टौंक

सूरत के मांडवी तालुका के गोविंद वाघासिया, पिछले 35 साल से गन्ने की खेती कर रहे हैं। सालों पहले, उनके पिता अपनी फसल बेचने के लिए अच्छे भाव या बाजार पर निर्भर रहते थे। लेकिन आज वह अपने उत्पाद की कीमत खुद तय करते हैं और कई टन गुड़ बेचकर अच्छा मुनाफ़ा कमाते हैं।

उगाते हैं काले गेहूं, नीले आलू और लाल भिंडी! खेती में अपने प्रयोगों से कमाते हैं बढ़िया मुनाफा

By प्रीति टौंक

भोपाल, मध्यप्रदेश के रहने वाले मिश्रीलाल राजपूत को, पिता की पारम्परिक खेती में कोई दिलचस्पी नहीं थी। यही कारण है कि वह, खेती में नए-नए प्रयोग करने लगे। इन प्रयोगों से न सिर्फ उनकी आय बढ़ी, बल्कि दूसरे किसानों को भी प्रेरणा मिली।

IITian ने नौकरी छोड़ बसाया गाँव, 160 लोग शहर छोड़, प्रकृति के बीच जी रहे सुखद जीवन

हैदराबाद के सुनीथ रेड्डी ने अपने दोस्त शौर्य चंद्रा के साथ ‘बी फॉरेस्ट’ की शुरुआत की थी। उनकी यह पहल उन लोगों के लिए है, जो शहर की भीड़-भाड़ से दूर प्रकृति के नजदीक रहकर जैविक खेती करना चाहते हैं।