Powered by

Latest Stories

Homeअग्रणी

अग्रणी

शहीद भगत सिंह का वह साथी, जो साहित्य का तारा बनकर भी 'अज्ञेय' रहा!

By निशा डागर

हिंदी साहित्य की दुनिया 'अज्ञेय' उपनाम से मशहूर सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यानंद का जन्म 7 मार्च 1911 को उत्तर- प्रदेश में कुशीनगर के कस्या में हुआ था। साहित्यकार होने के साथ- साथ वे एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे, जिन्होंने शहीद भगत सिंह के साथ मिलकर आज़ादी की लड़ाई में भाग लिया था।

अपना दर्द भूल कर, इस माँ ने केवल अपने बेटे को ही नहीं, बल्कि 71 बधीर बच्चों को बनाया सक्षम!

By मानबी कटोच

सुचिता और श्रीकांत बंसोड की स्वयं सेवी संस्था ‘एकविरा मल्टीपर्पस फाउंडेशन’ से आज 71 बधीर बच्चे नॉर्मल स्कूल में जा चुके हैं और फ़िलहाल यहाँ 55 बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही है।

रानी रामपाल: गरीबी, विरोध और समाज के तानों से लड़कर, बनी भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान!

हरियाणा से ताल्लुक रखने वाली रानी रामपाल, भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में महिला हॉकी टीम को आज वैश्विक स्तर पर जाना जा रहा है। हालांकि, रानी का यहाँ तक का सफ़र बहुत संघर्ष भरा रहा है। पर आज वे खुद सफल होने के साथ-साथ युवा खिलाड़ियों को मौके दे रही हैं।

किस्से-कहानियां, हिन्दी में बच्चों की दुनिया!

By निशा डागर

साहित्य के पन्नों से में पढ़िए बच्चों के लिए लिखी गयीं खास हिंदी किताबों के बारे में। इन किताबों से न सिर्फ़ बच्चे आसानी से हिंदी सीख सकते हैं, बल्कि उनकी रूचि किताबें पढ़ने में भी बढ़ सकती है। इन किताबों में, मेरी बिंदी, रंग- रंगी कामिनी, समय का खटोला, पंचतंत्र की कहानियां आदि शामिल हैं।

करण सीकरी : अपनी मेहनत और लगन के दम पर खड़ा किया देश में पहला जैविक खाद का प्लांट!

By निशा डागर

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में शाहबाद मारकंडा जिले के डगाली गाँव से ताल्लुक रखने वाले करण सीकरी, एक प्रगतिशील किसान और उद्यमी हैं। उन्होंने साल 2004 में सीकरी फार्म्स की शुरुआत की और आज उनका बनाया जैविक खाद हरियाणा के आलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर तक जाता है।

जानिए उस भारतीय वॉलीबॉल खिलाड़ी के बारे में, जिसके सम्मान में इटली में भी बना स्टेडियम!

By निशा डागर

8 मार्च 1955 को केरल में मालाबार क्षेत्र के पेरावूर में जन्में जिम्मी जॉर्ज भारतीय वॉलीबॉल खिलाड़ी थे। अगर उन्हें इस खेल का 'बादशाह' भी कहा जाये तो गलत नहीं होगा। मात्र 16 साल की उम्र में उन्होंने केरल कि राज्य टीम में जगह बना ली थी। 21 साल की उम्र में अर्जुन अवॉर्ड से नवाज़े जाने वाले वे एकमात्र वॉलीबॉल खिलाड़ी हैं।

26 साल की उम्र में 18 पेटेंट्स है इस युवक के नाम, सोनम वांगचुक के साथ मिलकर पढ़ाते हैं बच्चों को

By मानबी कटोच

25 वर्षीय अजिंक्य के नाम भारत में सबसे कम उम्र में सबसे अधिक पेटेंट्स अपने नाम करने का रिकॉर्ड है, जिसके लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज है।

जब 501 रूपये में बिका भारत में बना पहला नमक का पैकेट!

By निशा डागर

12 मार्च 1930 को गाँधी जी ने अपने साथियों के साथ साबरमती से 'दांडी मार्च' शुरू किया था, जिसे इतिहास में 'नमक सत्याग्रह' के नाम से जाना जाता है। उनके नेतृत्व में हज़ारों लोगों ने इस अहिंसात्मक आन्दोलन में भाग लिया। जगह-जगह पर लोगों ने नमक कानून तोड़कर ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती दी।

कभी आर्थिक तंगी के चलते छूट गया था कॉलेज, आज कृषि के क्षेत्र में किये 140 से भी ज़्यादा आविष्कार!

असम से ताल्लुक रखने वाले और ‘सीरियल इनोवेटर’ के नाम से जाने जाने वाले उद्धब भराली को हाल ही में पद्म श्री से नवाज़ा गया है। उन्होंने कृषि के संबंधित बहुत-से जटिल कार्यों को आसान बनाने के लिए लगभग 140 से भी ज़्यादा इनोवेशन किये हैं।