कोरोना काल में जब थाली में दाल को भी तरस रहा था पूरा गांव, इन महिला किसानों ने छोटी सी जमीन पर किचन गार्डन लगा कर पूरे साल के लिए फल, सब्जियां और जड़ी बूटियों का इंतजाम किया और अपने पड़ोसियों की मदद भी की।
दिल्ली की रहनेवाली उषा गुप्ता ने अपनी नातिन डॉक्टर राधिका बत्रा की मदद से ‘पिकल्ड विद लव’ की शुरुआत की है। घर के बने इस अचार और चटनी को बेचकर, जो भी पैसे मिलते हैं, उससे कोविड पीड़ितों के परिवारों की मदद की जाती है।
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध श्वास-रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश अग्रवाल का कहना है कि संभावित तीसरी लहर पर सबसे ज़्यादा जरुरी है, एहतियात एवं जागरूकता। जिस नए डेल्टा प्लस वैरिएंट की बात हो रही है, वह निश्चित ही घातक है, वायरस में नियमित अनुवांशिक बदलाव हो रहे हैं, जिससे सावधान रहना बहुत जरुरी है।
“COVID की दूसरी वेव के कारण बहुत से लोगों की जान चली गई, तब हमने ये प्रोडक्ट लॉन्च किया। हल्दी और काली मिर्च दोनों ही एंटी ऑक्सीडेंट का काम करते हैं और इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।”: प्रमोद पानसरे
बरहमपुर, ओडिशा में ITI प्रिंसिपल रजत कुमार पाणिग्रही ने ऑक्सीजन सिलिंडर ढोने के लिए विशेष ट्रॉली का निर्माण किया है, जो समय के साथ श्रम और जीवन भी बचाएगी।
Fortis अस्पताल, बसंत कुंज, दिल्ली के पल्मनॉलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार, डॉ. भरत गोपाल कोरोना मरीजों के ऑक्सीजन स्तर में सुधार लाने संबंधित सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं।