Powered by

Latest Stories

HomeAuthorsसंघप्रिया मौर्य
author image

संघप्रिया मौर्य

संघप्रिया के पास प्रिंट और वेब पत्रकारिता में कई वर्षों का अनुभव है। एक स्वतंत्र पत्रकार और अनुवादक के रूप में, वह कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ी रही हैं।

IAS व IFS अधिकारियों से जानें, UPSC में कैसे करें ऑप्शनल सब्जेक्ट का चयन

IAS अधिकारी काजल जावला और IFS अधिकारी अंकित कुमार से जानें, UPSC में सही वैकल्पिक पेपर चुनने और सही तरह से तैयारी करने का तरीका।

कब्ज से हैं परेशान? दादी का त्रिफला कब आएगा काम, पर क्या विज्ञान भी इसे मानता है?

कब्ज ठीक करने के लिए त्रिफला आज से ही नहीं प्रयोग में लाया जा रहा। बल्कि हमारी आपकी दादी-नानी के समय से, यह इस समस्या का बेहतरीन समाधान बना हुआ है। लेकिन क्या यह सचमुच काम करता है?

प्रदूषण से बिगड़ रहे हालात! छात्रों ने संभाली कमान, बेकार प्लास्टिक बॉटल्स में कर रहे खेती

प्लास्टिक का कचरा, खासकर बोतलें पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा हैं। मुंबई में USB के दस छात्र इस कचरे से निपटने में जुटे हैं। प्लास्टिक की बोतलों को अपसाइकिल कर, वे ऐसे हाइड्रोपॉनिक प्लांटर बना रहे हैं जिसकी लागत काफी कम है और पानी भी ज्यादा खर्च नहीं होता।

डॉक्टर, माँ और अब IPS ऑफिसर, देशभर की महिलाओं के लिए प्रेरणा है अमृता दुहन की कहानी

राजस्थान कैडर की IPS अधिकारी अमृता दुहन उन सैकड़ों यूपीएससी उम्मीदवारों, खासकर महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हैं, जो पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाते हुए परीक्षा की तैयारी कर रही हैं।

Cello Group: चूड़ियां बनाने से शुरू किया सफर, पेन और कैसरोल ने दिलाई घर-घर में पहचान

Cello Group 60 साल पुरानी कंपनी है, लेकिन आज भी इसके प्रोडक्ट्स को उनके नाम से ज्यादा ब्रांड के नाम से जाना जाता है, चाहे वो वॉटर बॉटल हो, पैन हो या फिर कैसरोल। सेलो ने आज भी ग्राहकों की नब्ज को पकड़ के रखा हुआ है।

वैकल्पिक विषय बदलना मेरे लिए बना गेम चेंजर; IAS अधिकारी वरुण से जानें सफलता का मंत्र

किसी भी चीज़ में बदलाव, अगर सही समय पर किया जाए, तो परिणाम अच्छे ही आते हैं, फिर चाहे वह जिंदगी हो या परीक्षा के लिए चुना गया विषय। अगर आप भी UPSC मेंस के लिए वैकल्पिक विषय बदलने के बारे में सोच रहे हैं, तो ऐसा करने से बिल्कुल न हिचकिचाएं। IAS वरुण रेड्डी ने बताया, कैसे करें रैंक में सुधार।

दादी-नानी के दावे को मिला वैज्ञानिक आधार, पखाला भात बन गया सुपर फूड

उड़ीसा में लोग बरसों से अपनी नानी-दादी से सुनते आ रहे थे कि हर घर में खाया जाने वाला पखाला भात यानी खमीरी चावल का माड़, स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है। आज एम्स के प्रोफेसर ने अपने एक शोध के जरिए वैज्ञानिक रूप से इसे सही साबित कर दिया है।

कोविड में खोया पति को, पीड़ितों की मदद के लिए 87 साल की उम्र में बनाकर बेचने लगीं अचार

दिल्ली की रहनेवाली उषा गुप्ता ने अपनी नातिन डॉक्टर राधिका बत्रा की मदद से ‘पिकल्ड विद लव’ की शुरुआत की है। घर के बने इस अचार और चटनी को बेचकर, जो भी पैसे मिलते हैं, उससे कोविड पीड़ितों के परिवारों की मदद की जाती है।

दस साल की मान्या का कमाल, लहसुन प्याज के छिल्कों से बनाए इको फ्रेंडली पेपर

महज दस साल की उम्र में मान्या पर्यावरण को लेकर काफी सचेत हैं। वह अपने तरीके से इसे बचाने का प्रयास भी कर रही हैं। मान्या, सब्जियों के छिल्कों से बेहद आसानी से इको फ्रेंडली पेपर बना लेती हैं।

बौनेपन की वजह से जिम ट्रेनर ने नकारा, तो घर पर ही घटाया 29 किलो वजन

यह कहानी है, इंदौर के रहनेवाले कपिल बजाज की, जिन्हें जिम ट्रेनर ने उनके बौनेपन की वजह से ट्रेनिंग देने से मना कर दिया था। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी और घर पर ही अपना 29 किलो वज़न कम कर लिया।