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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

शहर छोड़ रहने लगे गांव में, बेटी को पढ़ाने सादगी का पाठ

By प्रीति टौंक

तमिलनाडु, होसुर के पास Denkanikotta में बने आर्किटेक्ट राजीव कुमारवेल का घर गर्मियों में भी ठंडा रहता है। सीमेंट का कम से कम उपयोग करके बने इस घर में उनका परिवार साल भर बारिश का पानी पीता है और घर में उगी सब्जियां ही खाता है।

न कोई बड़ी डिग्री न साधन, जुगाड़ से बिजली बनाकर यह 12वीं पास बना गांव का 'पावर मैन'

By प्रीति टौंक

रामगढ़ (झारखंड) के वियंग गांव के रहनेवाले केदार प्रसाद महतो मात्र बारहवीं पास हैं, लेकिन अपने दिमाग और आठ सालों की मेहनत से, उन्होंने गांव के लिए बिजली बनाने में सफलता हासिल कर ली।

Grow Coleus Plant Indoor: ऐसे उगाएं रंग-बिरंगा, रफ एंड टफ और सबसे आसानी से उगने वाला यह पौधा

By प्रीति टौंक

अगर आप भी घर के अंदर एक सुंदर पौधा लगाना चाहते हैं, तो Coleus Plant एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।

दो साल में घर में उगा दिए 200 पौधे, बदलाव देखकर चौंक जायेंगे आप

By प्रीति टौंक

देहरादून के औली रायपुर गांव के शोभित ममगई और उनकी माँ सुषमा ममगई ने लॉकडाउन के दौरान गार्डनिंग करने की सोची और सिर्फ दो सालों में फूलों के करीब 200 पौधे लगाकर अपने घर को एक सुन्दर आशियाना बना दिया।

74 साल की यह दादी चलाती हैं शहर की सबसे बड़ी केटरिंग एजेंसी, कईयों को दिया है रोजगार

By प्रीति टौंक

संबलपुर की संतोषीनी मिश्रा 74 की उम्र में भी शहर की कई शादियों और समारोहों में केटरिंग सर्विस का काम करती हैं। वह अपनी कैटरिंग एजेंसी के माध्यम से कइयों को रोजगार भी दे रही हैं।

भारत की पांच प्राचीन कलाएं, जो समय के साथ खो गई हैं

By प्रीति टौंक

विविधताओं का देश भारत, जहां हर क्षेत्र की अपनी भाषा और कला है। लेकिन समय के साथ देश की पारम्परिक कलाएं खो रही हैं। कुछ के तो नाम भी आपने नहीं सुने होंगे।