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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

5 ऑनलाइन शॉप, जहाँ से खरीद सकते हैं Gardening Kit!

By निशा डागर

मिट्टी, खाद, गमला, बीज, बागवानी के लिए ज़रूरी हर ज़रूरी चीज़ होगी इस किट में। जानिए किन ऑनलाइन शॉप से खरीद सकते हैं ये gardening kit.

अपनी ही ज़मीन से निकली मिट्टी से बनाया घर, लगाए 800 पेड़-पौधें, न AC, न कूलर, न बिजली बिल

By निशा डागर

तमिलनाडु में पोल्लाची के एक गाँव के रहने वाले रामचंद्रन सुब्रमणियन एक इको-फ्रेंडली घर में रहते हैं, जहाँ उनके बिजली और पानी का बिल एकदम जीरो आता है।

68 की उम्र में शुरू किया अपना बिज़नेस, बचपन में सीखा क्रोशिया आया काम

By निशा डागर

कुन्नूर में रहने वाली 68 वर्षीया तारा जयप्रकाश पिछले कई सालों से बुनाई और क्रोशिया का काम कर रही हैं। तारा कुशन कवर, शॉल, बेबी सेट, टिश्यू बॉक्स व बेडशीट जैसी चीजें बनाकर शहर में आयोजित होने वाले मेलों में या सीधा ग्राहकों को बेचती हैं।

सेना से रिटायर होकर शुरू की खेती, कर्नल से बन गए 'द टर्मरिक मैन ऑफ हिमाचल'

By निशा डागर

हिमाचल में कांगड़ा के सोहरन गाँव के रहने वाले 73 वर्षीय रिटायर्ड कर्नल प्रकाश चंद राणा, हल्दी, अदरक, लहसुन जैसी फसलों के साथ मधुमक्खी पालन कर रहे हैं। साथ ही, वह अपनी उपज को प्रोसेस करके हल्दी पाउडर, पांच तरह के अचार और दो तरह के शहद सीधा ग्राहकों को उपलब्ध करा रहे हैं।

प्रेरक लाइब्रेरियन: रोज़ 4 किमी पैदल चलकर, गृहिणियों और बुजुर्गों तक पहुंचाती हैं किताबें

By निशा डागर

केरल के वायनाड जिले में रहने वाली 64 वर्षीया राधामणि, ‘प्रतिभा पब्लिक लाइब्रेरी’ नामक एक स्थानीय लाइब्रेरी में काम करती हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनका काम लाइब्रेरी में बैठकर लोगों को किताबें देना नहीं है बल्कि वह हर रोज लगभग चार किमी पैदल चलते हुए, घर-घर जाकर लोगों को किताबें देकर आती हैं।

पुराने घरों से निकलने वाले खिड़की-दरवाजों से बनाते हैं नया फर्नीचर

By निशा डागर

कर्नाटक के मंगलौर में रहने वाले 32 वर्षीय समरान अहमद, पुराने घरों और इमारतों से निकलने वाली सालों पुरानी लकड़ी की चीजों को फिर से इस्तेमाल करके, नया फर्नीचर और नयी उपयोगी चीजे बनाते हैं।

ISRO Free Online Course: स्पेस टेक्नोलॉजी पर, इसरो से करें 5 दिन का फ्री कोर्स

By निशा डागर

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) स्पेस टेक्नोलॉजी पर, शिक्षकों के लिए मुफ्त ऑनलाइन कोर्स लॉन्च कर रहा है, जो 31 मई से 4 जून तक आयोजित किया जाएगा।

सिर्फ 8 साल में घर में उगा दिए 1400 पेड़-पौधे; आम, अनार, एवोकैडो, चीकू, सब मिलेंगे यहाँ

By निशा डागर

बेंगलुरु में रहने वाले सुमेश नायक और मीतू नायक के घर में 1400 से अधिक पेड़-पौधे हैं, जिनमें 25 प्रकार के फल भी शामिल हैं।

बेटे की सोच ने बनाया खेती को ब्रांड, 10 लाख से ज्यादा हुआ टर्नओवर

By निशा डागर

उत्तराखंड के कौसानी में रहने वाले कार्तिक भट्ट और उनके पिता, भुवन मोहन भट्ट, जैविक तरीकों से खेती कर, अपनी उपज 'पहाड़वाला' नाम से, देश के अलग-अलग कोनों में ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं।