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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

अपने गहने बेचकर, कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर जुटा रहा है यह परिवार

By निशा डागर

कोविड-19 के मरीजों की मदद के लिए रोज़ी सलधाना अपने गहने तक बेच चुकी हैं और अब उन्हें हम सबके साथ की जरूरत है। उनकी इस मुहिम में छोटी-बड़ी जैसी भी हो, लेकिन मदद जरूर करें।

प्लास्टिक के कचरे से 'फैब्रिक' बनाकर शुरू किया व्यवसाय, कमाई रु. 4 लाख/माह

By निशा डागर

पुणे में रहने वाले नंदन भट ने प्लास्टिक के कचरे के प्रबंधन के लिए, एक सोशल स्टार्टअप 'Ecokaari' शुरू किया है। जिसके जरिए, वह सिंगल यूज पॉलिथीन, चिप्स तथा बिस्कुट आदि के रैपर्स को अपसायकल करके तरह-तरह के उत्पाद बना रहे हैं।

बिना सीमेंट के बनाया घर, पीते हैं बारिश का पानी, नहाने-धोने से बचे पानी से उगाते हैं सब्जी

By निशा डागर

राजस्थान के डूंगरपुर में रहने वाले सिविल इंजीनियर, आशीष पंडा और उनकी पत्नी, मधुलिका से जानिए एक इको-फ्रेंडली और स्वस्थ जीवन जीने के टिप्स।

कबाड़ से किया कमाल, हर साल कमा लेती हैं 10 लाख रुपये

By निशा डागर

वाराणसी की शिखा शाह, पुरानी-बेकार चीजों से नयी और खूबसूरत चीजें बनाकर scrap business, Scrapshala चला रही हैं,, जिससे उनकी हर साल, 10 लाख रुपये की आमदनी हो रही है।

कोविड-19 के इलाज में प्लाज़्मा थेरेपी का क्या है रोल? जानिए डॉक्टर की राय

By निशा डागर

कोविड-19 के इलाज में प्लाज़्मा थेरेपी के उपयोग पर चिकित्सा समुदाय के लोगों की अलग-अलग राय है। जानिए इस बारे में इन चार डॉक्टरों का क्या कहना है।

IAS की पहल से इस जिले में न बेड की कमी है न ऑक्सीजन की दिक्कत

By निशा डागर

महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के IAS ऑफिसर डॉ. राजेंद्र भारूड़ ने कोरोना की दूसरी लहर के बीच पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई, बेड, एक नियोजित टीकाकरण अभियान और व्यवस्थित तैयारी के साथ, जिले को बचाये रखने में कामयाबी हासिल की है।

पूर्व-आर्मी डॉक्टर ने शुरू किया अभियान, टीम के साथ मिलकर लगाए 60 हजार पेड़-पौधे

By निशा डागर

कैंसर को मात देकर, पूर्व-आर्मी डॉक्टर नितिन पांडे ने अपनी टीम के साथ मिलकर देहरादून में 'सिटीजन्स फॉर ग्रीन दून' की शुरुआत की।

छत पर हैं अंजीर, रुद्राक्ष, अजवाइन, इंसुलिन समेत 1250 पेड़-पौधे, AC की नहीं पड़ती ज़रूरत

By निशा डागर

पटियाला, पंजाब के दलीप कुमार ने अपने घर की छत पर तरह-तरह के प्रजाति के लगभग 1250 पेड़-पौधे लगाए हैं।

तवा से लेकर टेबल तक, इनका पूरा घर सजा है पुरानी बेकार चीज़ों से, आप भी सीखिए

By निशा डागर

बेंगलुरु की रहने वाली सुशीला राय एक होम बेकर और केक आर्टिस्ट हैं, लेकिन इसके साथ ही, उनके जानने वाले उन्हें 'जुगाड़ क्वीन' भी कहते हैं क्योंकि, पुरानी-बेकार चीजों को नया रूप देकर फिर से इस्तेमाल में लेने में वह माहिर हैं।