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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

जिम, आरओ प्लांट, मेडिकल स्टोर और रिटेल स्टोर जैसी सुविधाओं वाले इस स्मार्ट गाँव में आज तक नहीं हुआ है चुनाव!

By निशा डागर

Gujrat के साबरकांठा जिले की जेठीपुरा ग्राम पंचायत देश की आदर्श ग्राम पंचायतों में से एक है। गाँव के सरपंच अहसान अली बट्ट के नेतृत्व में पिछले 7 सालों में बहुत से विकास कार्य हुए हैं। गाँव का अपना कुआ, आरओ प्लांट, मेडिकल स्टोर, अस्पताल आदि हैं।

प्लास्टिक-फ्री शादी में दिया 'सेव फ़ूड' का संदेश; किसानों के लिए लगवाई आविष्कारों की प्रदर्शनी!

By निशा डागर

Gujrat में अहमदाबाद के रहने वाले चेतन पटेल ने अपनी शादी में 20 पन्नों का निमंत्रण पत्र छपवाया, जिसमें शादी के समारोह की जानकारी के अलावा कृषि के सम्बंधित बहुत-सी अन्य प्राकृतिक और ज़रूरी जानकारी भी प्रिंट करवाई गयी थी। उनका उद्देश्य अपनी शादी के ज़रिए समाज में बदलाव की एक मुहीम शुरू करना था।

खुद किताबों के अभाव में बड़ा हुआ यह पत्रकार अब आपकी रद्दी को बना रहा है ग्रामीण बच्चों का साहित्य!

By निशा डागर

बिहार में गोपालगंज जिले के लुहसी गाँव से ताल्लुक रखने वाले जय प्रकाश मिश्र, 'फाउंडेशन ज़िंदगी' के संस्थापक हैं। इस फाउंडेशन के बैनर तले, साल 2014 से वे कबाड़ और अन्य लोगों से किताबें इकट्ठा करके, बिहार के गांवों में सामुदायिक लाइब्रेरी खोल रहे हैं। उनका उद्देश्य ज़रुरतमंदों तक किताबें पहुँचाना है।

भारत का एकमात्र 'वर्ल्ड हरिटेज सिटी', दिल्ली या मुंबई नहीं, बल्कि यह ऐतिहासिक शहर है!

By निशा डागर

अहमदाबाद भारत का पहला शहर है, जिसे 'वर्ल्ड हेरिटेज सिटी' होने का ख़िताब प्राप्त हुआ। 8 जुलाई 2017 को यह घोषणा की गयी। 600 साल पुराने इस शहर में सुल्तानों, अफ्रीकी मूल के सिदी बादशाहों, मुगल सम्राटों और महात्मा गाँधी की कहानियाँ बसी हैं।

अमेरिका में एप्पल की नौकरी छोड़, अपने गाँव में बन गए किसान; बच्चों को दी ज़मीन से जुड़ी शिक्षा!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ में जरारा गाँव के रहने वाले अभिनव गोस्वामी, साल 2007 से अमेरिका में रह रहे थे। पर अपने देश के लिए कुछ करने का जज़्बा उन्हें वापिस अपने वतन ले आया। यहाँ आकर उन्होंने जैविक खेती, डेयरी फार्म, मधुमक्खी पालन आदि शुरू किया। उनका उद्देश्य बच्चों को स्किल बेस्ड शिक्षा देना है।

मैं तब तक आराम से नहीं बैठूंगी, जब तक मेरी बेटियाँ सबको बता न दें कि वे कितना कुछ कर सकती हैं!

By निशा डागर

आज द बेटर इंडिया पर पढ़िए Humans of Bombay से अनुवादित पोस्ट। मुंबई की इस आम-सी महिला की कहानी, जो अपने पति के देहांत के बाद हर सम्भव तरीके से अपनी बेटियों को पाल रही है। वह नहीं चाहती कि उसकी बेटियों को कभी भी यह लगे कि लड़कियाँ कुछ नहीं कर सकतीं।

मॉडलिंग छोड़,14 सालों से लड़ रहे हैं छुआछूत की लड़ाई; मल उठाने वालों को दिलवाया सम्मानजनक काम!

By निशा डागर

बिहार में खगड़िया जिले के परबत्ता गाँव से ताल्लुक रखने वाले संजीव कुमार ने हमेशा से दिल्ली में पढ़े-लिखे और मॉडलिंग में करियर बनाया। लेकिन अपने गाँव में डोम समुदाय की दयनीय स्थिति ने उनकी ज़िंदगी की दिशा बदल दी। पिछले 14 सालों से वे बिहार में छुआछुत जैसी सामाजिक कुरूति के खिलाफ़ लड़ रहे हैं।

सौ रूपये से भी कम लागत में, गाँव-गाँव जाकर, आदिवासी महिलाओं को 'सौर कुकर' बनाना सिखा रहा है यह इंजीनियर!

By निशा डागर

गुजरात ग्रासरूट्स इनोवेशन ऑगमेंटेशन नेटवर्क में सीनियर मैनेजर का पद संभाल रहे अलज़ुबैर सैयद ने भारत के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में ईंधन की समस्या पर काम करते हुए 'सोलर कुकिंग अभियान' शुरू किया है। उन्होंने अब तक 100 से भी ज़्यादा गांवों में जाकर लोगों को सौर कुकर बनाना सिखाया है।

मेघना गुंडलपल्ली: इस 20 वर्षीय लड़की के जुनून ने दिलाई 'रिदमिक जिमनास्टिक्स' में देश को पहचान!

By निशा डागर

तेलंगाना के हैदराबाद की रहने वाली 20 वर्षीय मेघना रेड्डी गुंडलपल्ली एक भारतीय रिदमिक जिमनास्ट हैं। साथ ही, साल 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाई करने वाली वे अकेली भारतीय खिलाड़ी थीं। फ़िलहाल, वे इटली में साल 2020 ओलिंपिक के लिए ट्रेनिंग में जुटी हैं।

दुर्गाबाई देशमुख: संविधान के निर्माण में जिसने उठाई थी स्त्रियों के लिए सम्पत्ति के अधिकार की आवाज़!

By निशा डागर

दुर्गाबाई देशमुख, एक महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने न सिर्फ़ देश की सेवा की, बल्कि कानून की पढ़ाई कर महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाई। साल 1946 में गठित हुई संविधान सभा का वे अभिन्न अंग थीं। इसके अलावा उन्हें भारत में 'सामाजिक कार्यों की जननी' कहा जाता है।