'माँ सरस्वती सेल्फ हेल्प ग्रुप' के तहत, लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) के समैसा गांव की 27 महिलाएं केले के तने से रेशे बना रही हैं। ग्रुप की अध्यक्षा पूनम देवी ने अपने साथ इन महिलाओं को भी रोज़गार की नई राह दिखाई है।
बाड़मेर की बेटी लक्ष्मी गढ़वीर मिसाल बन गई हैं। छोटे से गाँव मंगले की बेरी की छोटी सी मेघवालों की बस्ती की रहने वाली लक्ष्मी, दलित समुदाय से अपने जिले की पहली महिला सब-इंस्पेक्टर बन गई हैं!
अहमदाबाद का ‘सिस्टर्स किचन' में तीन बहनें मात्र 90 रुपये में भर पेट खाना खिला रही हैं। पढ़ें, कैसे उन्होंने अपने पिता की याद में इस बिज़नेस की शुरुआत की।
बोड्डू नागा लक्ष्मी एक YouTuber हैं, जो ठीक से देख नहीं सकतीं। लेकिन ‘कविता नागा व्लॉग्स’ नाम से एक YouTube चैनल चलाती हैं, जहां वह आंध्रा के कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाना सिखाती हैं। आज उनके चैनल के करीब 2.5 लाख सब्सक्राइबर्स हैं।
इंदौर के अमन पोरवाल अपने स्टार्टअप ‘मॉम्सकार्ट’ के ज़रिए देशभर की हज़ारों महिलाओं को घर बैठे अपने प्रोडक्ट्स देशभर तक पहुँचाने का प्लेटफॉर्म दे रहे हैं।
महिला IPS अधिकारी संजुक्ता पराशर की कहानी किसी ऐक्शन फिल्म से कम नहीं। हाथ में AK-47 लिए उनकी फोटो वायरल होने के बाद उन्हें आयरन लेडी के नाम से जाना जाने लगा।
मिलिए भोपाल (मध्यप्रदेश) की 53 वर्षीया ज्योति रात्रे से, जिनके जज्बे ने उन्हें 50 की उम्र में न सिर्फ एक पर्वतारोही बनाया, बल्कि उन्होंने यूरोप की सबसे ऊँची छोटी माउंट एलब्रुस को इस उम्र में फतह करके एक रिकॉर्ड भी बनाया।
त्रिशूर की रहनेवाली 26 वर्षीया अंसिया के ए, होममेड नेचुरल चीज़ों से 38 से ज्यादा स्किन केयर प्रोडक्ट्स बनाती हैं। पढ़ें, कैसे माँ की सीख बनी इस बिज़नेस का आधार।
मिलिए मुजफ्फरनगर की सामाजिक कार्यकर्ता शालू सैनी से, जो पिछले 15 सालों से अपनी खुद की जीवन की परेशनियां भूलकर दूसरे लोगों के लिए काम कर रही हैं। कोरोना के समय में उन्होंने लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करना शुरू किया था और अब तक वह 500 से ज्यादा लोगों का परिवार बन अंतिम क्रिया करा चुकी हैं।