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प्रेरक महिलाएं

खाट के नीचे एक किलो मशरूम उगाकर की थी शुरुआत, आज हर महीने कमातीं हैं 90 हज़ार रूपये

By पूजा दास

यह बीना की ही मेहनत है, जिस कारण अब मशरुम की खेती उनके 105 पड़ोसी गाँवों में भी मशहूर हो गई है। इन इलाकों से बीना ने करीब 10,000 ग्रामीण महिलाओं को ट्रेनिंग दी है।

घर-घर से चीजें इकट्ठा कर बेचती हैं यह महिला, कमाई से भरती हैं ज़रुरतमंदों बच्चों की फीस

By निशा डागर

देवयानी कहतीं हैं 'री-स्टोर' का उद्देश्य सिर्फ गरीब लोगों की मदद करना नहीं है बल्कि वह यह भी सन्देश देना चाहतीं हैं कि हम सबको रियूज, रिसायकल के सिद्धांत को समझना चाहिए!

200 गांवों की महिलाओं को जोड़ रुकवाई जंगलों की कटाई और बचा ली कोसी नदी

By निशा डागर

मात्र 12 वर्ष की आयु में विधवा हो चुकीं बसंती बहन के संघर्ष की इस कहानी को पढ़कर आपको अपनी कठिनाईयां छोटी लगने लगेंगी।

इनसे सीखें: जब डगर-डगर पर हो अगर-मगर तो कैसे जिएँ अपने सपनों को

By नेहा रूपड़ा

यह कहानी है महज 3 महीने में अपने माँ-पिता से अलग हुई और 8 साल की उम्र में भाई बहनों की ज़िम्मेदारी निभाने वाली माया बोहरा की, जिन्होंने अपनी शिक्षा के लिए अपनों से ही बगावत की और आज वह लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए काम कर रही हैं।

जैविक खेती, सोलर तकनीक और प्रोसेसिंग के ज़रिए 650 किसानों का जीवन संवार रही हैं नेहा

By निशा डागर

किसान जिस खुबानी को पहले 190 रुपये किलो तक बेचते थे, अब वही प्रोसेसिंग के बाद 650 रुपये किलो तक जाता है!

शहीद के साथी: महात्मा गाँधी की सच्ची साथी, 'गाँधी बूढ़ी' को नमन!

By द बेटर इंडिया

यह कहानी है भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाली वीरांगना, मातंगिनी हाजरा की, जिन्हें गाँधी बूढ़ी या ओल्ड लेडी गाँधी के नाम से भी जाना जाता है।

पिता की बीमारी के चलते 13 साल की उम्र में उठाया हल, आज पूरे परिवार को पाल रही है यह बेटी

By Sanjay Chauhan

कोरोना वायरस के वैश्विक संकट के बीच लॉकडाउन के दौरान जहाँ कई युवाओं का रोजगार छिना तो वहीं बबिता ने लॉकडाउन के दौरान भी मटर, भिंडी, शिमला मिर्च, बैंगन, गोबी सहित विभिन्न सब्जियों का उत्पादन कर आत्मनिर्भर मॉडल को हकीकत में उतारा।

सिलबट्टे पर पीसतीं हैं 'पहाड़ी नमक' और सोशल मीडिया के ज़रिए पहुँचातीं हैं शहरों तक!

By निशा डागर

हर महीने उन्हें दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों से लगभग 35 किलो पहाड़ी नमक के ऑर्डर्स मिलते हैं!