बादाम को आप चाहे जैसे खाएं, भिगोकर, भूनकर या फिर कच्चा! इसका स्वाद कम नहीं होता। मीठे व्यंजनों की तो जान होते हैं बादाम। चाहे हलवे में डालें या खीर में या फिर केक पर गार्निश करें, हर रुप में इसका स्वाद बेहतरीन लगता है। सिर्फ इसका स्वाद ही नहीं, सेहत के लिए भी यह काफी अच्छा होता है। बादाम में महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और फाइबर भरपूर मात्रा में मिलते हैं।
शायद यही वजह है कि अंबाला के सरविंद धीमान, अपने घर के बैकयार्ड में इन्हें उगा रहे हैं। सरविंद वैसे तो एग्रोकैमिकल कंपनी में मैनेजर हैं, लेकिन गमलों में सब्जियां और फल उगाना उनका शौक़ है। कुछ साल पहले उन्होंने अपने इस गार्डन में बादाम के पौधे लगाने का मन बना और आज उनके बादाम का पौधा चार फिट से ज्यादा लंबा हो चुका है।
आसान नहीं था बादाम का पौधा उगाना

घर पर बादाम उगाना सरविंद के लिए आसान नहीं था। उन्होंने इसके तरीके खोजने के लिए इंटरनेट पर काफी रिसर्च की, कई लेख पढ़े और वीडियो भी देखे। तब कहीं जाकर बादाम के पौधे उगाने में उन्हें कामयाबी मिली। सरविंद ने स्टोर से खरीदे बादाम से घर पर पौधा उगाने के तीन आसान से स्टेप बताए।
वह कहते हैं, “सबसे पहले मार्केट से बेहतरीन क्वालिटी के बादाम खरीदकर लाना है। अब ढेर सारे बादाम से कुछ अच्छे बादाम चुनें और उन्हें 24 घंटों के लिए पानी में भिगोकर रख दें। इनमें किसी तरह की फंगस ना लगे, इसके लिए पानी में दालचीनी डाल दें।”
इसके बाद, बादाम को टिश्यू पेपर में लपेटकर किसी ठंडी जगह पर रख दें। बेहतर होगा कि किसी एयर टाइट कंटेनर में इन बादामों को बंद करके फ्रिज में कुछ दिनों के लिए रख दें। फ्रिज का तापमान 0 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए।
धैर्य का फल
- जब बदाम अंकुरित हो जाएं, तो समझ लें कि उन्हें मिट्टी में रोपने का समय आ गया है। इस पौधे को 10-15 दिनों में एक बार पानी की जरूरत पड़ती है। वैसे यह गमले में नमी के स्तर के आधार पर तय करना पड़ता है।
- अंकुरित बादाम को रोपने के लिए, मिट्टी में वर्मी कंपोस्ट और गाय का गोबर मिलाएं। रेतीली और चिकनी मिट्टी का मिश्रण भी इस पौधे के लिए अच्छा काम करता है।
- सरविंद ने पौधे को कीटों या कीड़ों से बचाने के लिए कोई अतिरिक्त प्रयास नहीं किए हैं। उनका यह पौधा हर मौसम में लगातार बढ़ रहा है।
- सरविंद के अनुसार, बादाम का पौधा नवंबर से पहले लगा लेना चाहिए। मार्च आते-आते यह अच्छे से पनप जाता है।

सोशल मीडिया पर लोगों ने किया पसंद
नवंबर 2020 में, उन्होंने अपने नए उगाए पौधे की तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट की थीं। इसे लेकर लोगों की तरफ से उन्हें काफी प्रतिक्रियाएं मिलीं। कोई उन्हें बधाई दे रहा था, तो किसी ने उनसे पूछा कि यह कैसे किया!
वह कहते हैं, “अपने पेड़ के बादाम चखने के लिए मुझे अभी तीन या चार साल इंतजार करना होगा। बीज से लगाए गए बादाम का पेड़ काफी साल बाद फल देता है। इसके लिए बहुत धैर्य की जरूरत होती है।
सरविंद ने नोट किया कि कुछ समय बाद पौधे को जमीन या फिर किसी बड़े गमले में लगाने की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन फिलहाल, बादाम का उनका पौधा तो घर के अहाते में अपनी छोटा बिखेर रहा है।
मूल लेखः हिमांशु नित्नावरे
संपादनः अर्चना दुबे
यह भी पढ़ेंः ‘ओखली’ हर भारतीय रसोई की शान पहुंची विदेश, हज़ारों रुपयों में खरीदते हैं विदेशी
यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।
We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons: