चलिए आपको मिलाते हैं, अमर्त्य सिन्हा और उनकी पत्नी नूतन सिन्हा से, आज से तीन साल पहले वे 500 मीटर भी ठीक से दौड़ नहीं पाते थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिटनेस को अपने जीवन का उदेश्य बना लिया, आज वे 50 किमी की दौड़ पूरी करने वाले अल्ट्रा रनर बन चुके हैं और अपने साथ कई और लोगों को भी प्रेरित कर रहें हैं।
क्या आप जानते हैं, हमारे रोजमर्रा की जरूरी चीजों को बनाने में पाम ऑयल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। पाम ऑयल से जुड़ी कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखकर आप पर्यावरण संरक्षण में मदद कर सकते हैं।
बेंगलुरु के बेंजामिन और आइवी ने IT की नौकरी छोड़ एक मज़ेदार स्टार्टअप शुरू किया है, जिसमें उनका काम है सिर्फ घूमना और फ़िल्में देखना। ये दोनों फेसबुक, नेटफ्लिक्स, वायकॉम 18, कलर्स, एक्सेल एंटरटेनमेंट जैसी कंपनी की फिल्मों, विज्ञापनों और वेब सीरीज़ के लिए लोकेशन तलाशते हैं।
गुजरात के Vadilal Brand ने हाथ से चलने वाली देसी तकनीक का इस्तेमाल करके आइसक्रीम बनाने और बेचने की शुरुआत की थी। वहीं, आज इनके पास अपने ग्राहकों के लिए आइसक्रिम के 200 से ज्यादा फ्लेवर्स मौजूद हैं।
हरियाणा के डॉ. शिव दर्शन मलिक ने गाय के गोबर से एक वैदिक घर बनाया है। गाय के गोबर से बनी ईंटों और वैदिक प्लास्टर (vedic plaster) के इस्तेमाल से बना यह घर, गर्मियों में ठंडा तो रहता ही है, साथ ही इस घर के अंदर की हवा भी शुद्ध रहती है।
वाराणसी के संदीप सरन, 'काठ कागज' नामक होम-स्टूडियो चलाते हैं, जहाँ बेकार पड़ी लकड़ियों का इस्तेमाल कर, वह अपने ग्राहकों की जरूरतों के मुताबिक़ Sustainable Furniture बनाकर देते हैं।