ICAR-NRRI, कटक के वैज्ञानिकों द्वारा कृषि क्षेत्रों में कीटों की जाँच के लिए, एक खास Alternate Energy Light Trap उपकरण विकसित किया गया है, जो किसानों की 'पेस्ट-मैनेजमेंट' में मदद करेगा और इस आविष्कार के लिए उन्हें पेटेंट भी मिला है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रहने वाले 29 वर्षीय मिलिंद राज को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने 'ड्रोन मैन ऑफ़ इंडिया' का नाम दिया था। उन्होंने अब तक कई ड्रोन और रोबॉट बनाये हैं।
केरल के कोल्लम जिले में कोट्टाराकरा के रहने वाले 41 वर्षीय डॉ. हरि मुरलीधरन, पिछले 10 सालों से अपने खेत में लगभग 800 विदेशी प्रजातियों के फलों के पेड़-पौधे उगा रहे हैं। जिनमें सॉनकोय, अलामा, यूगु, बिगनेय आदि शामिल हैं।
पंजाब के मोहाली में नेशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (NABI) की वैज्ञानिक डॉ. मोनिका गर्ग ने गेहूं की तीन नई किस्में विकसित की हैं- काली, नीली और बैंगनी। जो ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और शरीर में वसा के स्तर को कम करने में मददगार साबित हो सकती है।
भारत में, सी-डैक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) की शुरुआत पुणे में साल 1988 में हुई, जब अमेरिका और अन्य कुछ देशों ने सुपरकंप्यूटर की तकनीक को भारत जैसे विकासशील देशों में भेजने से मना कर दिया। ऐसे में विजय भटकर के नेतृत्व में भारत ने अपना पहला स्वदेशी सुपरकंप्यूटर बनाया था।
भारतीय विज्ञान संस्थान में सबसे कम उम्र के लेकिन सबसे अधिक लम्बे समय तक निदेशक रहने वाले और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को आकार देने वाले महान व्यक्तित्व सतीश धवन का जन्म आज के दिन यानी कि 25 सितंबर को हुआ था। उनके नाम से श्रीहरिकोटा में स्पेस सेंटर भी है।